भारत ने एशिया कप 2025 के फाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एक भावुक और गर्व से भरा फैसला लिया। उन्होंने घोषणा की कि वह इस टूर्नामेंट से मिलने वाली अपनी पूरी मैच फीस भारतीय सशस्त्र बलों और पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को दान करेंगे।
आप हमेशा मेरे ख्यालों में हैं" सूर्यकुमार यादव
मैच के बाद सूर्यकुमार यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा: “मैंने इस टूर्नामेंट से अपनी पूरी मैच फीस हमारे सशस्त्र बलों और पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को दान करने का फैसला किया है। आप हमेशा मेरे ख्यालों में हैं। जय हिंद।” इस बयान ने देशभर में लोगों का दिल जीत लिया और कई दिग्गज खिलाड़ियों और प्रशंसकों ने सूर्यकुमार की इस पहल की जमकर सराहना की।
वायरल हुआ आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bharadwaj) का वीडियो
सूर्यकुमार की इस घोषणा के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज का एक पुराना वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो में उन्होंने सूर्यकुमार को चुनौती दी थी कि अगर उनमें और बीसीसीआई में "औकात" है, तो वे अपने क्रिकेट और विज्ञापन (Broadcasting Rights) से कमाए सारे पैसे पहलगाम हमले की पीड़ित विधवाओं को दान करें।
सौरभ भारद्वाज ने पहले भारत-पाकिस्तान मुकाबले के बाद कहा था: “सूर्यकुमार यादव, अगर तुम्हारी औकात है, बीसीसीआई की औकात है और आईसीसी की औकात है, तो जितना पैसा तुमने इस ब्रॉडकास्टिंग राइट्स, विज्ञापन और क्रिकेट से कमाया है, वो सब दे दो शहीदों की विधवाओं को... तब मानेंगे कि तुमने डेडिकेट किया है।”
अब जब सूर्यकुमार ने अपनी पूरी मैच फीस दान करने का ऐलान किया है, तो यह बयान फिर से चर्चा में है और जनता इसे एक करारा जवाब मान रही है।
कितना दान किया सूर्यकुमार ने?
भारत के खिलाड़ियों को टी20 प्रारूप में हर मैच के लिए 4 लाख रुपये मिलते हैं। इस टूर्नामेंट में भारत ने कुल 7 मैच खेले, यानी सूर्यकुमार को 28 लाख रुपये मिलने थे। उन्होंने यही पूरी राशि दान करने का फैसला किया है।
भारत-पाकिस्तान मैच के बाद हुआ था विवाद
गौरतलब है कि सूर्यकुमार ने 14 सितंबर को पाकिस्तान पर मिली पहली जीत के बाद उस जीत को भारतीय सशस्त्र बलों और पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को समर्पित किया था। पाकिस्तान ने इस बयान को "राजनीतिक" करार देते हुए आईसीसी में शिकायत दर्ज कराई थी।
इसके बाद आईसीसी ने सूर्यकुमार पर उनकी मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया और भविष्य में ऐसे बयानों से बचने की चेतावनी दी। बीसीसीआई ने इस जुर्माने के खिलाफ अपील की है क्योंकि सूर्यकुमार ने सुनवाई के दौरान कहा था कि उन्होंने किसी भी तरह की राजनीतिक टिप्पणी नहीं की और वह निर्दोष हैं।
भारतीय खिलाड़ियों ने नहीं मिलाया हाथ
पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत के खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, जिससे दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण माहौल और गहरा गया। सूर्यकुमार यादव ने अपने प्रदर्शन से ही नहीं, बल्कि देशभक्ति और संवेदनशीलता से भी करोड़ों दिल जीते हैं। उनकी इस पहल से यह साफ हो गया है कि वह सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक समर्पित भारतीय भी हैं, जो देश और देशवासियों के दर्द को समझते हैं।