Asia Cup से पहले जो लिखा वह हुआ सच, रिंकू सिंह का God's Plan (Video)
पूरे टूर्नामेंट में एक गेंद खेली और उसी पर पाकिस्तान के खिलाफ विजयी चौका लगाया रिंकू सिंह ने
Asia Cup में रिंकू सिंह ने पूरे एक ही गेंद खेली और उसी गेंद पर फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ विजयी चौका जड़कर उसे क्रिकेटप्रेमियों की जिंदगी भर की अमिट यादों में शामिल कर दिया।पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल टूर्नामेंट में रिंकू का पहला मैच था। उन्होंने हारिस रऊफ के आखिरी ओवर में चौथी गेंद खेली जो टूर्नामेंट में उनकी पहली गेंद थी और मिडआन पर चौका जड़कर भारत को नौवीं बार एशिया कप खिताब दिलाया।
रिंकू ने रोमांचक फाइनल जीतने के बाद कहा , और कुछ मायने नहीं रखता। एक गेंद मायने रखती है। वही चाहिये थी जिस पर मैने चौका लगाया। सभी को पता है कि मैं फिनिशर हूं। टीम जीत गई और मैं बहुत खुश हूं।
दिलचस्प बात यह है कि रिंकू सिंह ने एशिया कप के फाइनल का अंत कैसा होगा यह पहले ही भांप लिया था और एक कार्ड पर लिख लिया था कि विजयी रन उनके बल्ले से ही आएगा।
रिंकू कुछ साल पहले तब पूरे देश में चर्चा का विषय बन गए थे, जब उन्होंने यश दयाल के ओवर में लगातार पांच छक्के लगाकर कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को IPL मैच जिताया था और तब से उन्हें भारतीय टीम में एक फिनिशर के रूप में देखा जाने लगा था।
रिंकू के करियर ग्राफ में हालांकि पिछले कुछ समय में थोड़ी गिरावट देखी गई है और वह टी 20 विश्व कप (T20 World Cup) के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में असफल रहे (वह स्टैंड बाई पर थे)।
आईपीएल 2024 में उन्होंने केवल 113 गेंदों का जबकि 2025 के सत्र में केवल 134 गेंदों का सामना किया था, जिससे उनकी भूमिका कम होने का संकेत मिलता है। दिलचस्प बात यह है कि 2024 में वर्तमान में भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ही केकेआर के मुख्य रणनीतिकार थे।
केकेआर के पूर्व थिंक-टैंक प्रमुख ने जिस तरह से रिंकू का इस्तेमाल किया, उससे यह संकेत मिलता है कि उनकी योजनाओं में अलीगढ़ के इस बाएं हाथ के खिलाड़ी की भूमिका बहुत सीमित थी।
प्रत्येक बल्लेबाजी स्थान के लिए हो रही प्रतिस्पर्धा को देखते हुए कोई भी पक्के तौर पर यह नहीं कह सकता कि रिंकू अगले वर्ष की शुरुआत में भारत और श्रीलंका में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए स्वतः पसंद होंगे।लेकिन अगर इस समय केवल एशिया कप टी-20 को ही ध्यान में रखा जाए तो रिंकू को अंतिम ग्यारह में तब मौका मिला जब हार्दिक को चोट लगी।