मार्करम के शतक से द.अफ्रीका ने भारत के खिलाफ चेस किया रिकॉर्ड 359 रनों का लक्ष्य
INDvsSA दक्षिण अफ्रीका ने एडम मार्करम के शानदार शतक 110 रन और मैथ्यू ब्रीट्जके और डेवाल्ड ब्रेविस की तूफानी पारियों की बदौलत भारत के खिलाफ रिकॉर्ड 359 रनों का पीछा कर लिया।
दक्षिण अफ्रीका का यह विदेशी धरती पर सबसे बड़ा चेस है। वहीं भाररत के खिलाफ यह चेस हुआ संयुक्त रूप से सबसे बड़ा चेस है, इससे पहले इतने ही रन ऑस्ट्रेलिया ने साल 2013 मेंं मोहाली में चेस किए थे जब एश्टन टर्नर ने तूफानी पारी खेली थी।
दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट से यह मैच जीतकर 3 मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। सीरीज का तीसरा मैच विशाखापटनम में 6 तारीख को खेला जाएगा।
मारक्रम ने 98 गेंदों पर 110 रन में 10 चौके और चार छक्के लगाए। मैथ्यू ब्रीत्ज़के ने 64 गेंदों पर 68 रन में पांच चौके लगाए जबकि ब्रेविस ने 34 गेंदों पर 54 रन में एक चौका और पांच छक्के मारे। कार्बिन बॉश ने 15 गेंदों पर चार चौकों की मदद से नाबाद 29 रन बनाकर दक्षिण को बराबरी दिलाने में अहम योगदान दिया। केशव महराज 10 रन पर नाबाद रहे।
दक्षिण अफ्रीका ने अच्छी रफ़्तार से रन-चेज किया। ओस पड़ने से बैटिंग के लिए हालात बेहतर हो गए, इंडिया भी बॉल और फील्ड में ठीक-ठाक था, लेकिन चेज पूरा करने के लिए उसे अभी भी कुछ स्मार्ट और शांत बैटिंग की जरूरत थी। क्विंटन डी कॉक जल्दी आउट हो गए लेकिन मार्करम ने टॉप ऑर्डर में ज़िम्मेदारी संभाली और कप्तान बावुमा और ब्रीट्ज़के के साथ ज़रूरी पार्टनरशिप की। जायसवाल ने मार्करम का 53 रन पर कैच छोड़ा और उन्होंने 88 गेंदों में सेंचुरी बनाकर इंडिया को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
उनके आउट होने के बाद, ब्रीट्ज़के और ब्रेविस ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 92 रन की पार्टनरशिप की। दोनों ने अपनी फिफ्टी पूरी की लेकिन कोई भी काम पूरा नहीं कर सका। इससे इंडिया को थोड़ी उम्मीद की किरण दिखी, खासकर जब यानसन गिर गए और डी ज़ोरज़ी चोटिल होकर बाहर चले गए। लेकिन बॉश ने उस उम्मीद को तुरंत खत्म कर दिया। पहले वनडे में उनके पास पार्टनर कम पड़ गए थे और वे उन्हें जीत नहीं दिला सके, लेकिन आज उन्होंने महाराज के साथ मिलकर चेज पूरा किया।