5 विकेट के बाद 66 नाबाद, रविंद्र जड़ेजा ने बनाया बल्ले से तलवारबाज़ी कर जश्न (Video)
गेंद के बाद बल्ले से बरसे सर जड़ेजा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का नागपुर में यह मैच भारतीय आल राउंडर रवींद्र जडेजा के लिए पांच महीनो में उनका पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच है। वे अपनी चोंट की वजह से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से पांच महीने तक दूर थे। रिकवरी के इस फेज में उन्होंने भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट वापस खेलने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि चोंट के बाद रिकवर होने में नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) के ट्रेनर्स और फ़िज़ियोथेरेपिस्ट ने उनकी काफी मदद की। उन्होंने यह भी बताया कि वह भारतीय टीम में वापसी करने के लिए 10 घंटे प्रति दिन बोलिंग प्रैक्टिस किया करते थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली और उन्होंने मैच के पहले ही दिन कारनामा कर दिखाया। जडेजा ने पहले दिन गेंद से कारनामा कर ऑस्ट्रेलिया के पांच विकेट चटकाए और दूसरे दिन बल्ले से अपना अर्धशतक पूरा किया। उनके बोलिंग करियर का यह 11वा फाइफर था। अर्धशतक बनाकर उन्होंने अपने बल्ले से तलवारबाजी कर उसे सेलिब्रेट भी किया।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 177 रनों पर ऑलआउट किया था, दसूरे दिन भारत ने अपनी पहली पारी में 140 से भी ज्यादा रनों की लीड हासिल कर ली है। भारत को इस स्थिति तक पहुंचाने में रविंद्र जडेजा ने एक अहम भूमिका निभाई हैं। अपना अर्द्धशतक पूरा करने के बाद जडेजा ने लगभग 13 सेकेंड तक अपने बल्ले से तलवारबाजी कर जश्न मनाया। यह उनका टेस्ट करियर में 18वा अर्धशतक है।
टेस्ट फॉर्मेट में जडेजा के नाम 3 शतक भी हैं। इस समय रविंद्र जडेजा दुनिया के नंबर वन टेस्ट आल राउंडर हैं। 2018 से उन्होंने 38 पारियों में 46.86 की औसत से 1359 रन बनाए हैं जिनमे तीन शतक भी शामिल हैं। पहले मैच के दूसरे दिन के ख़त्म होते होते जडेजा 177 गेंदों में 60 रन बनाकर नाबाद हैं। उनका साथ दे रहे हैं अक्षर पटेल जिन्होंने 102 गेंदों पर 52 रन बनाए हैं।
जडेजा और अक्षर की इस पार्टनरशिप ने मैच के दूसरे दिन भारत को एक अच्छे मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया है। भारतीय टीम ने मैच का दूसरा दिन ख़त्म होते होते अपने सात विकेट गवा कर 321 रन बना लिए हैं। भारतीय टीम इस पारी में ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाना चाहेगी ताकि उनकी आखरी पारी में टीम पर कोई दबाव ना आए।