टीम इंडिया को फिर मिली दीवार, राहुल द्रविड़ बने भारतीय टीम के मुख्य कोच
मुंबई: पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट टीम का प्रमुख कोच नियुक्त किया गया है। द्रविड़ का पहला कार्यकाल न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज होगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की क्रिकेट सलाहकार समिति, जिसमें सुलक्षणा नायक और आरपी सिंह शामिल थे, ने बुधवार को सर्वसम्मति से द्रविड़ को भारतीय सीनियर पुरुष टीम का प्रमुख कोच नियुक्त करने की घोषणा की।
बीसीसीआई ने गत 26 अक्टूबर को प्रमुख कोच पद के लिए आवेदन आमंत्रित किये थे । भारत के मौजूदा कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे टी 20 विश्व कप के साथ समाप्त होने जा रहा है।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कहा, "बीसीसीआई राहुल द्रविड़ का प्रमुख कोच के रूप में स्वागत करती है। वह एक महान खिलाड़ी हैं और उनका क्रिकेटिंग करियर शानदार रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख के रूप में भी अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा इंडिया अंडर-19 और इंडिया ए टीम के कोच के रूप में युवा खिलाड़ियों को तैयार करने में भी उनका प्रयास अतुलनीय है। मैं आशा करता हूं कि वह अपनी नई पारी से टीम को नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे।"
राहुल द्रविड़ ने इस नियुक्ति के बाद अपनी ख़ुशी ज़ाहिर की। उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है और मैं इस नई भूमिका के लिए बहुत उत्साहित हूं। रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है और मुझे उसको आगे बढ़ाना है। अंडर-19 और इंडिया ए टीम के कोचिंग कार्यकाल के दौरान मैं भारतीय टीम से जुड़े अधिकांश खिलाड़ियों के साथ काम कर चुका हूं। मुझे पता है कि ये खिलाड़ी अपने अंदर हर रोज़ कुछ ना कुछ सुधार चाहते हैं। अगले आने वाले दो सालों में कुछ महत्वपूर्ण प्रतियोगिताएं होनी हैं और हम उनको ही लक्ष्य बनाकर चलेंगे।"
बीसीसीआई ने इस अवसर पर वर्तमान प्रमुख कोच शास्त्री, गेंदबाज़ी कोच बी. अरुण, फ़ील्डिंग कोच आर. श्रीधर और बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौर को सफल कार्यकाल के लिए धन्यवाद कहते हुए बधाई दी। शास्त्री के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया ने घर और विदेश दोनों जगहों पर निडरतापूर्वक क्रिकेट खेला। भारतीय टीम टेस्ट में नंबर एक बनी और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल तक पहुंची।
इसी कार्यकाल के दौरान भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उनके घर पर लगातार दो टेस्ट सीरीज़ में हराया और वह ऐसा करने वाली पहली एशियाई टीम बनी। वहीं घर में भारत ने सभी सात टेस्ट सीरीज़ जीते।
ऐसा रहा है करियरराहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट में 36 शतक की मदद से 13288 रन जबकि 344 वनडे में 12 शतक की मदद से 10889 रन बनाए। एकमात्र टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले द्रविड़ बेहतरीन स्लिप क्षेत्ररक्षक भी थे। उन्होंने 2012 में खत्म हुए अपने टेस्ट करियर के दौरान विश्व रिकार्ड 210 कैच लपके। उनकी कोचिंग में भारतीय अंडर 19 टीम ने साल 2018 का विश्वकप भी जीता था।