Champions Trophy 2025 : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के मुद्दे पर पीसीबी (PCB) अध्यक्ष मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi) को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है और सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा है कि देश को इस मामले से निपटने के दौरान अपना आत्मसम्मान बनाए रखना चाहिए।
शरीफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के संरक्षक भी हैं। उन्होंने नकवी से यह भी कहा कि यह केवल पैसे का मामला नहीं है क्योंकि जनता की भावनाओं को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के अपने मैच पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया है और इसके बजाय टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल (Hybrid Model) में खेले जाने की मांग की है जिससे उसे अपने मैच तटस्थ स्थल पर खेलने की अनुमति मिल सके।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के एक शीर्ष सूत्र के अनुसार खेल के लिए वैश्विक संचालन संस्था ने चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल में आयोजित करने के लिए आम सहमति बनाई है जिससे भारत को दुबई में अपने हिस्से के मैच खेलने की अनुमति मिल जाएगी जबकि 2027 तक कई देशों की प्रतियोगिता में इसी तरह की व्यवस्था के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमति बनी है।
नकवी ने रविवार को शरीफ को पर्दे के पीछे के घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी, लेकिन पीसीबी ने बैठक का विवरण नहीं बताया।
सूत्र ने कहा, प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर पीसीबी को अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया और भारत द्वारा पाकिस्तान में खेलने से इनकार करने पर (पीसीबी) अध्यक्ष द्वारा अपनाए गए रुख की सराहना की।
उन्होंने कहा कि शरीफ ने नकवी से कहा कि सब कुछ पैसे के बारे में नहीं है और पाकिस्तान को अपने आत्मसम्मान और गौरव को ध्यान में रखते हुए इस मामले से निपटना चाहिए।
जियो टीवी के अनुसार बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने नकवी से कहा, भारत द्वारा पाकिस्तान में खेलने से इनकार करने के बाद चैंपियंस ट्रॉफी के मामले में पीसीबी द्वारा अपनाया गया रुख सभी पाकिस्तानियों की भावनाओं को दर्शाता है।
नकवी ने कहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी पर कोई भी फैसला सरकार से सलाह लेने के बाद लिया जाएगा।
सरकार के करीबी एक अन्य सूत्र ने कहा कि नकवी ने पाकिस्तान के अगले कदम के बारे में उन्हें सूचित करने के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड आईसीसी के समक्ष पीसीबी द्वारा प्रस्तावित फ्यूजन फॉर्मूले को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं था।
सूत्र ने कहा, मूल रूप से नकवी प्रधानमंत्री को अपडेट रखना चाहते थे और अगर पीसीबी टूर्नामेंट पर कोई मुश्किल फैसला लेकर गतिरोध तोड़ने का फैसला करता है तो उनकी मंजूरी लेना चाहते थे।
पीसीबी चाहता है कि बीसीसीआई एक ऐसा फॉर्मूला स्वीकार करें जिसके तहत अगर भारत पाकिस्तान में कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं खेलता है तो पड़ोसी टीम भी किसी भी टूर्नामेंट के लिए भारत नहीं आएगी। (भाषा)