शिखर के तूफान में उड़ा श्रीलंका
दांबुला। जबर्दस्त फार्म में खेल रहे ओपनर शिखर धवन (नाबाद 132) के तूफानी शतक और उनकी कप्तान विराट कोहली (नाबाद 82) के साथ दूसरे विकेट के लिए 197 रन की जबर्दस्त अविजित साझेदारी की बदौलत भारत ने श्रीलंका को पहले वनडे में रविवार को नौ विकेट से रौंदकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।
शिखर ने टेस्ट सीरीज की अपनी जबर्दस्त फार्म को पहले वनडे में बरकरार रखते हुए भारत को एकतरफा जीत दिला दी। शिखर ने 90 गेंदों पर नाबाद 132 रन में 20 चौके और तीन छक्के उड़ाए जबकि विराट ने 70 गेंदों में नाबाद 82 रन में 10 चौके और एक छक्का लगाया।
भारतीय गेंदबाजों खासकर लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल और पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर केदार जाधव ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए श्रीलंका को 43.2 ओवर में 216 रन पर ढेर कर दिया। इसके बाद श्रीलंका पर शिखर का कहर टूटा, जिन्होंने अपना 11वां शतक जड़ते हुए भारत को इस दौरे की लगातार चौथी जीत दिलाई। भारत ने 28.5 ओवर में एक विकेट पर 220 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
बाएं हाथ के ओपनर शिखर ने टेस्ट सीरीज में दो शतक ठोंके थे और इस दौरे का उन्होंने तीसरा शतक भी बना दिया। शिखर का वनडे में श्रीलंका के खिलाफ यह तीसरा शतक था। उन्होंने पहले श्रीलंका के खिलाफ 125 के अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर को पीछे छोड़ दिया। लेकिन वह लक्ष्य छोटा होने के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 137 के अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ स्कोर को पीछे नहीं छोड़ पाए।
शिखर ने उप कप्तान रोहित शर्मा (4) का विकेट मात्र 23 रन के स्कोर पर गिरने के बाद कप्तान विराट कोहली (नाबाद 82) के साथ दूसरे विकेट के लिए 143 गेंदों पर 197 रन की मैच विजयी अविजित साझेदारी की। विराट ने भी बेहतरीन अर्धशतक जमाया। इन दोनों बल्लेबाजों ने श्रीलंका को पूरी तरह धोकर रख दिया।
दिल्ली के शिखर ने अपने वनडे करियर का सबसे तेज शतक जमाया। उन्होंने 71 गेंदों में शतक ठोंक डाला और 2013 में कानपुर में वेस्टइंडीज के खिलाफ 73 गेंदों में शतक बनाने के अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। भारत ने 28.5 ओवर में मैच समाप्त कर दिया। विराट ने भी रनों की बहती गंगा में हाथ धोए और अपने करियर का 44वां अर्धशतक बनाया।
श्रीलंका के किसी भी गेंदबाज को कोई विकेट नहीं मिला। भारत का रोहित के रूप में जो एकमात्र विकेट गिरा वह रन आउट के रूप में था। तेज गेंदबाज लसित मलिंगा की वापसी भी श्रीलंका को प्रेरित नहीं कर सकी। मलिंगा ने आठ ओवर में 52 रन दिये।
इससे पहले लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल (34 रन पर तीन विकेट) और पार्ट टाइम आफ स्पिनर केदार जाधव (26 रन पर दो विकेट) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर भारत ने श्रीलंका को 43.2 ओवर में 216 रन पर ढेर कर दिया।
श्रीलंका की टीम एक समय 25वें ओवर में एक विकेट पर 139 रन बनाकर काफी मजबूत स्थिति में थी लेकिन उसके बाद उसने अपने शेष नौ विकेट मात्र 77 रन जोड़कर गंवा दिए। श्रीलंका की पारी को ढहाने का श्रेय पटेल और जाधव को गया जिन्होंने श्रीलंका के मध्यक्रम को ध्वस्त कर दिया।
भारतीय गेंदबाजों ने 24 ओवर के खेल के बाद जबरदस्त वापसी की और श्रीलंकाई बल्लेबाजों को टिकने का कोई मौका नहीं दिया। पटेल ने 10 ओवर में 34 रन पर तीन विकेट, जाधव ने पांच ओवर में 26 रन पर दो विकेट, जसप्रीत बुमराह ने 6.2 ओवर में 22 रन पर दो विकेट और युजवेन्द्र चहल ने 10 ओवर में 60 रन पर दो विकेट लिए।
श्रीलंका की तरफ से ओपनर निरोशन डिकवेला ने 74 गेंदों में आठ चौकों की मदद से सर्वाधिक 64 रन बनाए। जाधव ने डिकवेला को पगबाधा करने के साथ ही मेजबान टीम के ध्वस्त होने का रास्ता खोल दिया। जाधव ने श्रीलंका के कप्तान उपुल तरंगा (13) का विकेट भी झटका।
पटेल ने कुशल मेंडिस (36), वानिदू हसारंगा (दो) और लक्षण संदाकन (5) के विकेट झटके। तेज गेंदबाज बुमराह ने निचले क्रम में तिषारा परेरा (शून्य) और विश्वा फर्नांडो (0) को आउट किया। लेग स्पिनर चहल ने ओपनर दानुष्का गुणातिलके (35) और लसित मलिंगा (8) के विकेट लिए। चामरा कापूगेदेरा को भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रनआउट किया।
डिकवेला और गुणातिलके ने पहले विकेट के लिए 14 ओवर में 74 रन की ठोस साझेदारी की। डिकवेला ने फिर मेंडिस के साथ दूसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े लेकिन इसके बाद जाधव और पटेल ने श्रीलंका पर ऐसा ब्रेक लगाया कि पूरी टीम 43.2 ओवर में सिमट गई।
गुणातिलके ने 44 गेंदों पर चार चौके और मेंडिस ने 37 गेंदों में पांच चौके लगाए। पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज एक छोर पर डटे रहे और 50 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 36 रन बनाकर पवेलियन लौटे। मैथ्यूज की बदौलत ही श्रीलंकाई टीम 200 के पार पहुंच पाई।