भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने यहां श्रृंखला बराबर करने वाली शानदार जीत का जश्न मनाते हुए कहा कि जब भी वह क्रिकेट से संन्यास लेंगे तो एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ भारत को पहली टेस्ट जीत दिलाना उनकी सबसे सुखद यादों में से एक रहेगा।
25 वर्षीय गिल की कप्तानी की शुरुआत भारत के लीड्स में श्रृंखला के शुरूआती मैच में हार के साथ हुई थी, लेकिन भारतीय टीम ने शानदार वापसी करके दूसरे मैच में 336 रन के विशाल अंतर से जीत दर्ज की। भारत की टेस्ट क्रिकेट में इस मैदान पर यह पहली जीत है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में गिल ने कहा, यह ऐसी चीज है जिसे मैं जीवन भर संजो कर रखूंगा। मुझे लगता है कि जब भी मैं संन्यास लूंगा तो यह मेरी सबसे सुखद यादों में से एक होगी।उन्होंने कहा, मुझे इस मैच का अंतिम कैच लेना था और मैं बहुत संतुष्ट और खुश हूं कि हम इस मैच को जीतने में सफल रहे।
भारतीय कप्तान ने कहा, अभी तीन और महत्वपूर्ण मैच होने बाकी हैंं। इस मैच के बाद तेजी से बदलाव होगा और मुझे लगता है कि यह अच्छा है क्योंकि अब लय हमारे साथ है।गिल ने कहा कि सभी खिलाड़ियों ने अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभाई।
उन्होंने कहा, जिस तरह से सभी ने गेंद और बल्ले से योगदान दिया, वह बहुत सकारात्मक बात है। इससे ही कोई टीम चैंपियन बनती है और यह हमारे लिए अच्छे संकेत हैं।
भारतीय कप्तान ने ड्रेसिंग रूम में अपने संबोधन में अपने साथी खिलाड़ियों की सराहना की।उन्होंने कहा, हमने यह मुकाम हासिल करने के लिए बहुत मेहनत की है। मैं जानता हूं कि टेस्ट मैच जीतना कितना मुश्किल काम है विशेष कर इस मैदान पर जहां हमने इससे पहले कोई टेस्ट नहीं जीता था।
गिल ने कहा, मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि मुझे आप सभी पर गर्व है, क्योंकि मुझे लगता है कि पहले दिन हमने कहा था कि टेस्ट मैच जीतने के लिए हम सभी को अपना योगदान देना होगा और सभी ने इसमें योगदान दिया।
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो यह एक महत्वपूर्ण सीरीज का महत्वपूर्ण मैच था। एक खिलाड़ी के तौर पर इस तरह के यादगार पल और इतिहास रचकर बहुत अच्छा लगता है।
उन्होंने अपने साथी तेज गेंदबाज आकाशदीप की प्रशंसा करते हुए कहा, जब भी वह गेंदबाजी करता तो मैं मिड-ऑफ पर खड़ा रहता। मैं उससे कह रहा था कि सिर्फ विकेट लेने के पीछे मत भागो, एक ही क्षेत्र में गेंदबाजी करते रहो और तुम्हें विकेट मिल जाएंगे।
सिराज ने कहा कि वह इसे अपने करियर की तीसरी सबसे बड़ी टेस्ट जीत मानेंगे।उन्होंने कहा, यह मेरे जीवन का तीसरा सर्वश्रेष्ठ मैच है। पहले गाबा, फिर लॉर्ड्स और अब यह। मैं इस भावना को शब्दों में बयां नहीं कर सकता।
आकाश दीप ने कहा, सबसे बड़ी बात यह है कि मैंने पांच विकेट लिए और हमारी टीम जीत गई। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है कि मैंने टीम की जीत में योगदान दिया। अगर मैंने पहली बार पांच विकेट लिए होते और मैच ड्रॉ हो जाता तो मुझे इतनी खुशी नहीं होती।
भारतीय उपकप्तान ऋषभ पंत ने विदेशों में टीम के खराब रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा, पिछली बार जब हम यहां आए थे, तो यह काम अधूरा रह गया था और इस बार मुझे खुशी है कि हम इसे पूरा करने में सफल रहे।
उन्होंने कहा, एक बात जिसके बारे में हम हमेशा बात करते हैं, वह यह है कि हम एक टीम के रूप में कैसे सीख सकते हैं और अतीत की सभी गलतियों से सीख लेकर कैसे आगे बढ़ सकते हैं। हम इस टीम को नए मुकाम पर पहुंचाना चाहते हैं।
(भाषा)