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Last Modified: मंगलवार, 2 दिसंबर 2025 (15:30 IST)

Lal Kitab Tula rashi upay 2026: तुला राशि के जातकों के लिए लाल किताब के अचूक उपाय, राहु रोकेगा राह

Lal Kitab Remedies for Libra 2026
Lal Kitab Tula rashi upay 2026:  वर्ष 2026 तुला राशि के जातकों के लिए बेहतर और कर्म प्रधान वर्ष साबित हो सकता है। यह वर्ष आपको अपने प्रयासों का अच्छा फल देगा, लेकिन कुछ ग्रहों के गोचर से उत्पन्न चुनौतियों पर ध्यान देना आवश्यक है। शनिदेव छठे भाव (शत्रु, रोग और कर्ज का भाव) में गोचर कर रहे हैं। छठे भाव का शनि शत्रुओं और रोगों को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो एक शुभ स्थिति है। सबसे बड़ी चुनौती राहु और केतु पैदा कर रहे हैं। राहु पांचवें भाव (संतान, शिक्षा, प्रेम और शेयर बाजार का भाव) में और केतु ग्यारहवें भाव (लाभ, आय और इच्छापूर्ति का भाव) में गोचर कर रहा है। पांचवें भाव का राहु शिक्षा में भटकाव, प्रेम संबंधों में भ्रम और संतान से जुड़ी चिंताओं में वृद्धि कर सकता है।

ग्यारहवें भाव का केतु आय के साधनों में अनिश्चितता या लाभ प्राप्ति में अप्रत्याशित बाधाएं उत्पन्न कर सकता है। हालांकि, देवगुरु बृहस्पति का एकादश भाव (लाभ भाव) में गोचर और छठे भाव का शनि इस स्थिति को काफी हद तक सुधार सकता है और आपको आय और स्वास्थ्य के मामले में सुरक्षा प्रदान करेगा। आपको वर्ष को बेहतर बनाने और राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए लाल किताब के राहु, केतु, शनि एवं बृहस्पति से संबंधित अचूक उपाय जरूर करना चाहिए।
 
तुला राशि के लिए लाल किताब के अचूक उपाय (2026): 
लाल किताब के ये सरल और प्रभावी उपाय वर्ष 2026 में आपको ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से बचाएंगे और जीवन में संतुलन व सफलता लाएंगे:
 
1. राहु और केतु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए (धन, शिक्षा और प्रेम हेतु)
नाक साफ रखना: प्रतिदिन अच्छे से अपनी नाक साफ करते रहें। यह राहु और गुरु के अशुभ प्रभाव को कम करने का एक सरल और महत्वपूर्ण लाल किताब उपाय है। 
 
चांदी का हाथी: अपने घर में अंगूठे के बराबर का ठोस चांदी का छोटा सा हाथी रखें। चांदी (शुक्र से संबंधित) का हाथी (राहु और केतु से संबंधित) राहु-केतु के बुरे प्रभाव को शांत करता है और धन के आगमन को सुगम बनाता है।
 
कुत्ते को भोजन: प्रतिदिन कुत्ते को रोटी खिलाते रहें। यह केतु के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने और आय के साधनों में स्थिरता लाने का उत्तम उपाय है।
 
2. शनि और बृहस्पति को मजबूत करने के लिए (स्वास्थ्य और समृद्धि हेतु)
शहद का दान और मंदिर जाना: शनिवार के दिन मंदिर में शहद का दान करना चाहिए और प्रतिदिन मंदिर जाना जरूरी है। शहद (बृहस्पति से संबंधित) का दान शनि (मंदिर में दान) के बुरे फल को नष्ट करता है और शुभ फल को बढ़ाता है।
 
शनि से संबंधित वस्तुएं: चमड़ा, लोहा, कोयला या तेल जैसी शनि से संबंधित वस्तुएं खुद नहीं खरीदें।
 
केसर का तिलक: माथे पर केसर का तिलक लगाएं। केसर बृहस्पति का प्रतिनिधित्व करता है, जो आपकी बुद्धि और भाग्य को बलवान करेगा।
 
3. शुक्र को बलवान करने के लिए (स्वयं का बल और सुख हेतु)
सफाई और स्नान: शरीर के समस्त अंगों, वस्त्रों और घर को साफ-सुथरा रखें। शुक्रवार के दिन पानी में दही या फिटकरी मिलाकर स्नान करें। शुक्र आपकी राशि का स्वामी है और उसकी मजबूती आपके आकर्षण, सुख और संसाधनों में वृद्धि करेगी।
 
कन्या भोज और सेवा: दुर्गा माता की पूजा करें, अपनी बहनों की सेवा करें और कन्याओं को भोजन कराते रहें। यह शुक्र ग्रह को मजबूत करने का सबसे प्रभावी तरीका है।
 
किचन में भोजन: शुक्र की चीजें (जैसे इत्र, सौंदर्य प्रसाधन) घर में स्थापित करें और किचन में (जमीन पर या चौकी पर) बैठकर ही भोजन करें। यह भी शुक्र को बल देता है और गृहस्थ जीवन में सुख-शांति लाता है।
 
इन अचूक उपायों को पूरी श्रद्धा और नियम से करने पर, तुला राशि के जातक वर्ष 2026 की चुनौतियों का आसानी से सामना कर पाएंगे और राहु-केतु के बावजूद सफलता प्राप्त करेंगे।
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