शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. नन्ही दुनिया
  3. कविता
  4. Poems About Life

बाल कविता : हो जाते हम बोनसाई तो

बाल कविता : हो जाते हम बोनसाई तो।  Poems About Life - Poems About Life
हो जाते हम बोनसाई तो,
कितने मज़े हमारे होते।
 
तीस इंच के होते पापा,
बीस इंच की मम्मी।
मैं होता बस आठ इंच का,
पांच इंच की सिम्मी।
 
एक इंच के बस्ते लेकर,
हम शाला को जाते होते।
बारह फुट लंबी बस होती,
होतीं सीटें साठ।
 
तीन इंच चौड़ी सीटों पर,
होते अपने ठाठ।
हिचकोले खाती इस बस में,
मस्ती मौज मनाते होते।
 
परिधि पांच मिलीमीटर के,
होते गोल परांठे।
होते तीन मिलीमीटर के,
छुरियां चम्मच कांटे
लंच बॉक्स के पकवानों के,
हम चटकारे लेते होते।
 
ये भी पढ़ें
किचन में मौजूद इन 4 चीजों से घर पर ही तैयार करें हर्बल स्क्रब