वैष्णोदेवी में रोपवे के खिलाफ कटड़ा बंद, श्रद्धालु हुए परेशान
Ropeway to Vaishnodevi: श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड (Shri Mata Vaishnodevi Shrine Board) की ओर से वैष्णोदेवी तीर्थस्थान पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाए जा रहे रोपवे (ropeway) के विरोध में आज कटड़ा बंद रहा। विरोध प्रदर्शनों के बीच आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना इसलिए करना पड़ा, क्योंकि पिट्ठू और खच्चर वाले भी इस आंदोलन में कूच चुके हैं।
कटड़ा से माता वैष्णोदेवी मंदिर परिसर तक बन रहे रोपवे के विरोध में श्री माता वैष्णोदेवी संघर्ष समिति की ओर से कटड़ा बंद का आह्वान किया गया था जिसका व्यापक असर बुधवार सुबह से ही कटड़ा में देखने को मिला। कटड़ा में सभी छोटे-बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान और दुकानें बंद रहीं जबकि ऑटो रिक्शा सड़कों से नदारद रहे, वहीं श्री माता वैष्णो देवी यात्रा के लिए चलने वाले घोड़े और पिट्ठू वाले भी इस हड़ताल में शामिल हुए।
देश-विदेश से माता वैष्णोदेवी के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना था कि उन्हें हड़ताल के कारण काफी दिक्कतें हो रही हैं। इन श्रद्धालुओं का कहना है कि न तो उन्हें सुबह कटरा में ब्रेकफास्ट मिला और न ही उन्हें होटल से यात्रा शुरू करने वाले पॉइंट तक जाने के लिए कोई यात्री वाहन ही मिल पाया।
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प्रदर्शन उग्र करने की चेतावनी : वैष्णोदेवी संघर्ष समिति के सदस्यों ने इस बंद के दौरान कहा है कि अगर कटड़ा रोपवे बंद नहीं किया गया तो उनका प्रदर्शन उग्र हो जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड प्रशासन पर होगी। मां वैष्णोदेवी संघर्ष समिति कटड़ा की ओर से बुधवार को प्रदर्शन किया गया। रोपवे बनाए जाने के विरोध में ये प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि यह रोपवे लगने से हमारे रोजगार पर पूरी तरीके से असर होगा और हम यह होने नहीं देंगे। इसके चलते माता वैष्णोदेवी के दर्शन करने आए भक्त काफी परेशान हैं। दरअसल नए रोपवे प्रोजेक्ट से 7 घंटे का सफर 1 घंटे में पूरा हो जाएा।
250 करोड़ की लागत के नए रोपवे प्रोजेक्ट को हरी झंडी : श्री वैष्णोदेवी मंदिर श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग कहते थे कि 250 करोड़ रुपए की लागत के नए रोपवे प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल गई है। इसके तहत कटरा से सांझी छत जाने में महज 6 मिनट का वक्त लगेगा। इसके बाद 45 से 50 मिनट में वैष्णोदेवी भवन तक पहुंचा जा सकता है। फिलहाल भक्तों को मंदिर तक पहुंचने में चढ़ाई करके 6-7 घंटे लगते हैं। प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद श्रद्धालु को सिर्फ 1 घंटा लगेगा। रोपवे 1 घंटे में 1,000 लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकेगा।
Edited by: Ravindra Gupta