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Written By सुरेश एस डुग्गर
Last Updated : शुक्रवार, 30 जून 2023 (09:11 IST)

Amarnath Yatra : अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था जम्मू से रवाना, जानिए कैसे हैं इंतजाम

Amarnath Yatra : अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था जम्मू से रवाना, जानिए कैसे हैं इंतजाम - first batch of Amarnath Yatra pilgrims leave for Pahalgam and Baltal
Amarnath Yatra News : बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जम्मू से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था शुक्रवार तड़के सवा चार बजे पूजा अर्चना के बाद रवाना हो गया। उप राज्यपाल व अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। सरकार ने यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
 
सेना समेत डेढ़ लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी करीब 62 दिनों तक लखनपुर से लेकर गुफा तक श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहेंगे। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए लखनपुर से लेकर पवित्र गुफा तक 135 से अधिक लंगरों की व्यवस्था स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा की गई है।
 
प्रतिदिन 15 हजार श्रद्धालुओं को पहलगाम तथा बालटाल के रास्ते यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी गई है। अभी तक करीब 3 लाख श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण विभिन्न माध्यमों से करवाया है जबकि 30 जून से आन स्पाट पंजीकरण की भी घोषणा कर दी गई है।
 
यात्रा का मुख्य बेस कैंप जम्मू के यात्री भवन में बनाया गया है जहां पिछले कई दिनों से चल रही तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। हालांकि इस बार मानसून जल्दी आने से श्रद्धालुओं को चिंता इस बात की है कि खराब मौसम से परेशानी यात्रा मार्ग में भी हो सकती है। दोनो मार्गों पर दो दिनों से मौसम बार-बार आंख-मिचौनी खेल रहा है।
 
जम्मू से लेकर बालटाल तथा पहलगाम तक के यात्रा मार्ग की सुरक्षा को केरिपुब के हवाले किया जा चुका है। पहलगाम से गुफा तथा बालटाल से गुफा तक के रास्तों पर सेना और बीएसएफ भी स्थानीय पुलिस का साथ दे रही है। जबकि गुफा के बाहर इस बार सुरक्षा का जिम्मा आईटीबीपी के हवाल है।
 
manoj sinha with amarnath pilgrims
अनुमानित करीब 8 से 10 लाख श्रद्धालुओं के लिए 135 से अधिक लंगरों की स्थापना के साथ-साथ ठहरने की व्यवस्थाओं का इंतजाम पूरा हो चुका था। स्वास्थ्य सेवाएं हाई अलर्ट पर कर दी गई थीं क्योंकि पिछले कई सालों से यात्रा में शामिल होने वालों में 100 के करीब प्रतिवर्ष हृदयगति रूकने से मौत के मुंह में जा रहे हैं।
 
इतना जरूर था कि आतंकियों से निपटने की तैयारियों में कहीं ढील नहीं थी। इसकी पुष्टि वे सुरक्षाधिकारी कर रहे हैं जिनके जिम्मे अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का भार है। केंद्र की ओर से अतिरिक्त सुरक्षाबलों को अमरनाथ यात्रा मार्ग, गुफा के आसपास के इलाकों और यात्रियों की सुरक्षा की खातिर आधार शिविरों व राजमार्ग पर तैनात किया जा चुका है। 
 
अंदाजन डेढ़ लाख सुरक्षाकर्मियों को अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया गया है। इसमें वे सैनिक शामिल नहीं हैं जो रूटीन में आतंकवादग्रस्त क्षेत्रों में अपने आतंकवाद विरोधी अभियान चलाते रहते हैं। आतंकवादियों और उनकी हरकतों पर नजर रखने के लिए वायुसेना की भी मदद मांगी गई है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अमरनाथ यात्रा पहाड़ों से हो कर गुजरती है और पहाड़ों के चप्पे चप्पे पर सैनिकों को तैनात नहीं किया जा सकता।
 
इसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी अमरनाथ यात्रा के जत्थों की सुरक्षा के लिए वायुसेना के लड़ाकू हेलिकाप्टरों को भी तैनात किया गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta