अहमदाबाद में शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सुबह पहिंद विधि की रस्म निभाने के बाद रथ यात्रा की शुरुआत की। इस रस्म में एक सुनहरी झाड़ू का उपयोग करके रथों को रास्ता साफ किया जाता है। उनके आगे के रास्ते को भी साफ किया जाता है इसके बाद ही रथ यात्रा प्रारंभ होती है।
अहमदाबाद की यह रथ यात्रा जमालपुर क्षेत्र के 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से प्रारंभ होती है। करीब 18 किलोमीटर लंबे मार्ग से गुजरने के बाद रथ रात करीब साढ़े 8 बजे मंदिर लौटेंगे। रास्ते में जमालपुर, कालूपुर, शाहपुर और दरियापुर जैसे कुछ सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों को देखते हुए यात्रा की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि रथ यात्रा की सुरक्षा के लिए नियमित पुलिस, रिजर्व पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस के कम से कम 25,000 पुरुष और महिला कर्मियों को शहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि रथ यात्रा की सुरक्षा के लिए नियमित पुलिस, रिजर्व पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस के कम से कम 25,000 पुरुष और महिला कर्मियों को शहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है।
पिछले दो साल कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण यह रथयात्रा स्थगित थी। लेकिन इस बार भव्य आयोजन किया गया है। रथयात्रा की एक झलक पाने के लिए लाखों लोग इकट्ठा होते हैं, जिसमें सजे-धजे हाथी और कई झांकियां शामिल होती हैं।