चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स दोनों को इंडियन प्रीमियर लीग में अपने पहले मैच गंवाने पड़े थे। इसकी बड़ी वजह टीमों के टॉप ऑर्डर का असफल होना रहा। गुरुवार को जब दोनों टीमें आमने-सामने होंगी तो इनकी कोशिश इस कमी को दूर करने की होगी।
दोनों टीमें चाहेंगी कि वह अपना खाता खोलें। ब्रेबोर्न स्टेडियम में होने वाले मैच में वे इसमें सुधार करने की कोशिश करेंगी। आईपीएल का मौजूदा सत्र अभी शुरू हुआ लेकिन टॉस अहम भूमिका निभा रहा है, ऐसे में कोई भी टीम टॉस जीतने पर फील्डिंग करना ही पसंद कर रही है।
चेन्नई और लखनऊ दोनों को वानखेड़े स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करने के बाद मैच गंवाना पड़ा था और ब्रेबोर्न स्टेडियम में भी परिस्थितियां भिन्न नहीं है जहां दूसरी पारी के दौरान ओस काफी प्रभाव डाल सकती है।
लखनऊ के कप्तान केएल राहुल और स्टार सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक पहले मैच में नहीं चल पाये थे और वे इसकी भरपाई इस मैच में करना चाहेंगे। राहुल को आगे बढ़कर नेतृत्व करने की जरूरत है क्योंकि आईपीएल में उनके कप्तानी कौशल का भी आकलन किया जा रहा है। मनीष पांडे और इविन लुईस के भी जल्दी आउट होने के बाद मध्यक्रम में दीपक हुड्डा, आयुष बड़ोनी और क्रुणाल पंड्या ने जिम्मेदारी संभाली थी जो कि लखनऊ के लिए अच्छा संकेत है।
लखनऊ के गेंदबाजों को हालांकि तुरंत ही सुधार करना होगा जिनकी गुजरात टाइटन्स के बल्लेबाजों ने जमकर धुनाई की थी। तेज गेंदबाज दुशमंत चमीरा ने प्रभाव छोड़ा लेकिन अवेश खान नहीं चल पाये थे। इसके अलावा मैच का फैसला तय करने में रवि बिश्नोई, हुड्डा और क्रुणाल की स्पिन तिकड़ी की भूमिका भी अहम होगी।
चेन्नई को बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है क्योंकि पहले मैच में वह केवल 131 रन ही बना पाया था। मोईन अली की वापसी से टीम को मजबूती मिली है। उनके अलावा ड्वेन प्रिटोरियस भी चयन के लिये उपलब्ध रहेंगे। पहले मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी पुरानी झलक दिखायी लेकिन रुतुराज गायकवाड़, रोबिन उथप्पा, डेवोन कॉनवे और अंबाती रायुडु नहीं चले थे। नव नियुक्त कप्तान रविंद्र जडेजा भी बड़ा स्कोर बनाने की कोशिश करेंगे, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि मोईन को किसकी जगह पर अंतिम एकादश में लिया जाता है और नंबर तीन पर कौन बल्लेबाजी के लिये उतरेगा। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पिछले मैच में ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने तीन विकेट लिये लेकिन अन्य गेंदबाज नियंत्रित गेंदबाजी नहीं कर पाये थे। चेन्नई के गेंदबाजों को भी इकाई के तौर पर प्रदर्शन करने की जरूरत है।
आइए अब जान लेते हैं कि किस वर्ग में किस खिलाड़ी को रखने से आपको मिल सकता है ड्रीम 11 में भरपूर फायदा
विकेटकीपर- केएल राहुल भले ही पिछले मैच में फेल हो गए हों लेकिन इस मैच में उनको शामिल किया जाना चाहिए। वह एक कीपर के तौर पर नहीं खेल रहे लेकिन वह आपको इस वर्ग में ही मिलेंगे। महेंद्र सिंह धोनी ने पिछले मैच में धुंआधार पारी खेली थी लेकिन उन्हें ड्रॉप किया जा सकता है क्योंकि हर बार वह चलेंगे इस बात की ग्यारंटी नहीं है। इसके अलावा क्विंटन डि कॉक भी इस ही वर्ग में मिलेंगे तो धोनी की जगह उन्हें शामिल करने में भलाई है।
बल्लेबाज- क्योंकि विकेटकीपर के वर्ग में दोनों लखनऊ के खिलाड़ी है इस कारण बल्लेबाज के वर्ग में चेन्नई को तरजीह मिलनी चाहिए। पिछले सीजन के सबसे सफल बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ को टीम में शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा अंबाती रायडु जो लंबा खेलने के लिए जाने जाते हैं उनको भी शामिल कीजिए। पिछले मैच में छाने वाले आयुष बदोनी को टीम में रखना चाहिए।
ऑलराउंडर- इस वर्ग में खिलाड़ियों का चयन सबसे सिरदर्द वाला रहने वाला है। फिर भी टीम में वापसी करने वाले चेन्नई के रीटेन खिलाड़ी मोइन अली को टीम में शामिल किया जाना चाहिए। चेन्नई के कप्तान रविंद्र जड़ेजा खुद एक आला ऑलराउंडर है तो उन्हें भी जगह मिलनी चाहिए। लखनऊ टीम से दीपक हुड्डा को लेना चाहिए क्योंकि वह गेंदबाजी भी करते हैं।
गेंदबाज- गेंदबाजी में एडम मिल्ने का पिछला मैच खराब रहा था लेकिन उनको उनकी छवि के कारण रखना चाहिए। महीष तीश्र्णा लेग स्पिन अच्छी करते हैं और उन्हें तमाम विवादों के बाद चेन्नई ने शामिल किया है। लखनऊ की ओर से 2 गेंदबाज ही दिखते हैं जिन्हें ड्रीम टीम में ले सकते हैं। आवेश खान और रवि विश्नोई
ड्रीम 11:- केएल राहुल, क्विंटन डि कॉक, ऋतुराज गायकवाड़, अंबाती रायडु, आयुष बदोनी, मोइन अली , रविंद्र जड़ेजा, दीपक हुड्डा, एडम मिल्ने , महीष तीश्र्णा, आवेश खान, रवि विश्नोई
(कप्तान और उपकप्तान के दुगने और देढ़ गुने अंक मिलते तो
अपनी समझ के अऩुसार यूजर कप्तान और उपकप्तान चुन सकते हैं।)
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सभी फैंटेसी पोर्टल पर नियम और अंको की व्यवस्था अलग अलग होती है इस कारण अंको की उपलब्धता और नियमों के हिसाब से आप टीम में फेरबदल कर सकते हैं)