ज्वालामुखी का लावा समुद्र में गिरा, पैदा हुए जहरीले बादल
पाहोआ, हवाई। करीब दो सप्ताह से पहले फटने वाले किलाउवा ज्वालामुखी अब और भी खतरनाक हो गया है। एक एजेंसी की जानकारी के अनुसार, एसिड के सफेद बादल और अत्यधिक छोटे-छोटे कांच के टुकडे हवाई द्वीप के आसमान पर फैल गए हैं। मोल्टन पिघली हुई धातुओं की चट्टानों का लावा समुद्र में गिरने लगा है।
रविवार को अधिकारियों ने जन सामान्य को चेतावनी जारी की है कि वे जहरीली गैसों से बने बादलों से दूर रहें। ये बादल उन स्थानों पर रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण बन रहे हैं, जहां लावा समुद्र के पानी में मिल रहा है। ज्वालामुखी के ऊपरी ढलानों में बनी बड़ी-बड़ी दरारों से बाहर आ रहा है। यह बिग आईलैंड के ग्रामीण इलाके के समीपवर्ती रिहायशी पड़ोस में जमीन बन गया है।
जानकारों का कहना है कि पिघला लावा नदियों के आकार में फैल गया है और इसने जंगलों और मैदानों को दो हिस्सों में बांट दिया है क्योंकि यह छोटी-छोटी नालियों के रूप में समुद्री किनारे तक जा पहुंचा है। हवाई काउंटी की एयर क्वालिटी के बारे में जारी चेतावनियों में कहा गया है कि जमीन पर पड़ी दरारों से सल्फर डाई ऑक्साइड गैस के निकलने की दर तीन गुना तक बढ़ गई है।
ज्वालामुखी के शीर्ष पर दो विस्फोट हुए हैं जिनके कारण धूल के बादल फैल गए हैं और हवाओं ने इस धूल के ज्यादातर हिस्से को दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर उड़ा दिया है।