लड़कियों का यौन शोषण करने वाले राम रहीम व आसाराम जैसे बाबा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हैं। रूस के पड़ोसी देश बुल्गारिया में एक रूसी 'राम रहीम' का पर्दाफाश हुआ है। बेलारूस में एक ऐसा सम्प्रदाय है, सामूहिक रूप से शारीरिक संबंध बनाने को बढ़ावा देता है। इसमें दर्जनों महिलाएं, लड़कियां शामिल हैं। इसके गुरु का नाम सेर्गेई किरीएंको है और वह अपनी महिला भक्तों को विश्वास दिलाता है कि सामूहिक रूप से शारीरिक संबंध बनाने और वेश्यावृत्ति से 'मोक्ष' की प्राप्ति होती है। कोला डखर्मा नाम के इस सम्प्रदाय को बुल्गारिया में गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे रूस प्रत्यावर्तित करने की तैयारियां की जा रही हैं।
मेल ऑनलाइन के विल स्टुअर्ट ने लिखा है कि रूस इस सम्प्रदाय को पूरी तरह से बंद करने की तैयारी कर रहा है। सेर्गेई किरीएंको, 41 वर्षीय है और उस पर आरोप है कि वह अपने भक्तों को सामूहिक रूप से संबंध बनाने के लिए मजबूर करता है। इस बात की भी आशंका जाहिर की जा रही है कि वह अपनी महिला भक्तों को सम्प्रदाय के रंगढंग में ढालने के लिए उनके बच्चों का अपहरण करवा लेता है या फिर उनका भी शोषण किया गया है। सेर्गेई पर आरोप है कि वह अपनी महिला-पुरुष भक्तों के शारीरिक संबंध बनाने की गतिविधियों को रिकॉर्ड कर लेता है और इन वीडियोज को ऑनलाइन बेचने का भी काम करता है।
डेली मेल की एक खबर के मुताबिक सर्जेई किरिएन्को बाबा पर आरोप है कि उसने दर्जनों महिला भक्तों को वेश्या बना दिया। सर्जेई मूल रूप से रूस का ही रहने वाला है, लेकिन बेलारूस में वह धर्म की आड़ में मजबूर लड़कियों को अपने जाल में फंसाया करता था। इसका शिकार बनी अधिकतर लड़कियां रूसी हैं।
सर्जेई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली पीड़ित लड़कियों ने बताया कि वह धर्म की आड़ में लड़कियों को शिकार बनाता था। सर्जेई लड़कियों को खुद को ईश्वर का अवतार बताकर उन्हें 'मानसिक शांति' दिलाने के नाम पर शारीरिक संबंध बनाता था। इस दौरान सर्जेई अपने गुर्गो की मदद से लड़कियों के अश्लील वीडियो बना लेता था, जिनसे अच्छी-खासी कमाई की जाती थी।
वीडियो के जरिए सर्जेई लड़कियों को ब्लैकमेल करता था और उन्हें अमीर शख्सों से भी शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था, जिसके जरिए भी उसकी कमाई होती थी। सर्जेई का काला कारोबार रूस, बेलारूस से लेकर दक्षिण अमेरिकी देशों में भी फैला है। वह यह काला कारोबार ऑनलाइन चलता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सर्जेई (41) पहले फिटनेस ट्रेनर था। कुछ सालों बाद ही सर्जेई ने खुद को संत बताना शुरू कर दिया और प्रवचन भी करने लगा था। इसके जरिए उसने काफी लड़कियों को अपनी टीम में शामिल कर लिया था। धीरे-धीरे सर्जेई ने इन्हीं लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने शुरू कर दिए और लड़कियों के अश्लील वीडियो से कमाई करनी शुरू कर दी थी।
सर्जेई ने पिछले 2 सालों में अपना मजबूत नेटवर्क बना लिया था। पैसे और पावर के चलते अधिकतर पीड़ित लड़कियां चुपचाप रहती थीं, क्योंकि इन्हें डर था कि सर्जेई इनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकता है। पुलिस ने सर्जेई के घर से एक 5 साल के बच्चे को भी आजाद करवाया था।
बच्चे की मां अनासतासिया जिबोरेवा ने बताया कि सर्जेई ने ही उसके बेटे को जबरदस्ती घर से उठवा लिया था। सर्जेई ने बच्चे को मार देने की धमकी देकर ही अनासतासिया को वेश्यावृति के धंधे में धकेला। रूसी लड़कियों की शिकायत पर ही बेलारूस पुलिस ने सर्जेई को गिरफ्तार किया है। फिलहाल उसे बेलारूस से रूस लाए जाने की कार्रवाई चल रही है।
विदित हो कि उसकी पत्नी केसरनिया खोदरेवा विदेश भाग गई है जबकि उसकी एक रखैल और सम्प्रदाय की संस्थापक तात्यिना सेवर्तसेवा बुल्गारिया से सारे धंधे को चला रही है। एक समय पर मॉस्को के एक उपनगर में उसके साथ पंद्रह से ज्यादा महिलाएं, लड़कियां रहती थीं। उसकी सहयोगी तात्यिना को सोफिया में नजरबंद कर दिया गया है और रूसी मीडिया में उसे 'मित्रदेवानंद परमहंस' के नाम से भी जाना जाता है।