पीओके व नेपाल में बाढ़ का कहर, 88 लोगों की अकाल मौत, कई लापता
मुजफ्फराबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की नीलम वैली में सोमवार को भारी बारिश और फिर से आई बाढ़ के कारण कम से कम 23 लोगों की मृत्यु हो गई जबकि महिलाओं और बच्चों समेत दर्जनों लोग लापता हैं।
बाढ़ की वजह से घाटी के लासवा क्षेत्र में 150 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने कहा है कि बादल फटने की वजह से आई बाढ़ में दर्जनों लोग बह गए हैं। 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के अनुसार लासवा मुख्य बाजार में 2 मस्जिदों समेत कई इमारतें पूरी तरह नष्ट हो गईं। इस क्षेत्र में यातायात आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाओं पर भी असर पड़ा है।
बाढ़ के कारण काफी लोग अभी भी अपने घरों में फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं। जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन दल और स्थानीय पुलिस क्षेत्र में बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के निदेशक परिचालन साइदुर रहमान कुरैशी ने मरने वालों की पुष्टि करते हुए कहा कि मृतकों की संख्या अगले घंटों में बढ़ सकती है। कुरैशी ने बताया कि मरने वालों में 10 ताबलीघी जमात के और 10 इस्लामिक मिशनरी हैं। इनमें 4 लाहौर, 5 फैसलाबाद और एक शेखपुरा का रहने वाला है।
नेपाल में बाढ़, मृतकों की संख्या 65 हुई : काठमांडू से मिले समाचारों के अनुसार नेपाल में भारी बारिश के कारण आए बाढ़ और भूस्खलन की आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है जबकि 25 अन्य घायल हुए हैं।
पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। नेपाल में गुरुवार से हो रही भारी बारिश हो रही है जिसके कारण सभी नदियां उफान पर है। देश के करीब 22 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं जबकि इनमें अधिकांश इलाकों में बिजली की आपूर्ति भी बाधित है। प्रभावित इलाकों से 1,100 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों के दौरान नेपाल के विभिन्न हिस्सों में बारिश हो सकती है। (वार्ता)
(सांकेतिक चित्र)