शनिवार, 20 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. वेबदुनिया सिटी
  3. इंदौर
  4. Uma Bharti gets Digvijay's support
Written By
Last Updated : गुरुवार, 14 अप्रैल 2022 (23:26 IST)

रायसेन के प्राचीन शिव मंदिर का ताला खोलने की मांग पर उमा भारती को मिला दिग्विजय का समर्थन

रायसेन के प्राचीन शिव मंदिर का ताला खोलने की मांग पर उमा भारती को मिला दिग्विजय का समर्थन - Uma Bharti gets Digvijay's support
इंदौर (मध्यप्रदेश)। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती की इस बहुचर्चित मांग का बृहस्पतिवार को समर्थन किया कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं के मद्देनजर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) संरक्षित रायसेन किले के प्राचीन सोमेश्वर धाम स्थित महादेव मंदिर का ताला खोला जाना चाहिए।
 
सिंह ने इंदौर में कहा कि मैं भारती की इस मांग से सहमत हूं कि रायसेन किले के प्राचीन शिव मंदिर का ताला खुलना चाहिए। 75 वर्षीय कांग्रेस नेता ने भारती से एक कदम आगे जाते हुए यह मांग भी की कि राज्य की शिवराज सिंह चौहान-नीत भाजपा सरकार को इस प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार करना चाहिए।
 
गौरतलब है कि एएसआई की अनुमति के अभाव में सोमेश्वर धाम के महादेव मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर पाने के बाद भारती ने सोमवार को कहा था कि सोमेश्वर महादेव का अभिषेक नहीं कर पाने से मेरे हृदय में गहरा संताप हुआ है। इसलिए अपनी भावना पर नियंत्रण रखने एवं अपने चित्त की शांति के लिए मैंने सोमेश्वर महादेव पर जल चढ़ा लेने तक अन्न त्यागने का फैसला लिया है।
 
अधिकारियों ने बताया कि सोमेश्वर धाम के महादेव मंदिर का ताला साल में केवल एक बार महाशिवरात्रि के त्योहार पर खुलता है, जबकि बाकी दिनों में मंदिर-मस्जिद विवाद के चलते मंदिर का गर्भगृह बंद रहता है। मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर भारती की पुरानी मांग पर राज्यसभा सांसद सिंह ने कहा कि गुजरात और बिहार जैसे राज्यों में शराबबंदी ज्यादा सफल नहीं रही है, लेकिन वह इस बात के पक्ष में हैं कि जिन इलाकों में 50 प्रतिशत महिलाएं विरोध करें, वहां से शराब की दुकानें हटनी चाहिए।
 
बरसों पहले शराबबंदी कानून लागू करने वाले गुजरात के बारे में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि इस सूबे में अवैध तौर पर शराब हासिल करना सबसे आसान है और लोगों को शराब का मनचाहा ब्रांड महज 10 मिनट के भीतर मनचाही जगह पर मिल जाता है। सिंह ने कहा कि ऐसी शराबबंदी से केवल कुछ पुलिस अफसरों और नेताओं को ही लाभ होता है। यही हाल बिहार में भी है।
ये भी पढ़ें
पटाखे की चिंगारी से लगी आग, सगाई समारोह के दौरान हुआ हादसा