• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. वेबदुनिया सिटी
  3. इंदौर
  4. Lokmata Devi Ahilyabai Holkar Birth Centenary Celebration
Written By
Last Updated :भोपाल , मंगलवार, 20 मई 2025 (00:18 IST)

लोकमाता देवी अहिल्या हैं नारी सशक्तीकरण, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सुशासन की मिसाल : मोहन यादव

Lokmata Devi Ahilyabai Holkar Birth Centenary Celebration
Indore Madhya Pradesh News : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देवी अहिल्या सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, नारी सशक्तीकरण और सुशासन की एक मिसाल है। कुशल प्रशासक के रूप में उनके जन कल्याण के कार्य हमें आज भी समाज के हर वर्ग के कल्याण की प्रेरणा देते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इंदौर के लता मंगेशकर सभागार में विश्व मांगल्य सभा द्वारा पुण्यश्लोका लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की जन्म त्रिशताब्दी अवसर पर 'राष्ट्र समर्था देवी अहिल्या की पुण्य गाथा' नाट्य के मंचन में उपस्थित जन समुदाय को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ इस नाट्य को देखा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देवी अहिल्या बाई होलकर ने यह करके दिखाया कि कठिन समय में कुशलता के साथ सत्ता का संचालन कैसे किया जाता है। उन्होंने सोमनाथ और वाराणसी में मंदिर बनाने के साथ ही नदियों पर घाट बनवाए हैं। रामेश्वरम के मंदिर निर्माण में भी लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर का योगदान है। मंदिर के साथ ही धर्मशाला, अन्नशाला, घाट निर्माण, पुजारी के मानदेय इत्यादि सबका ध्यान रखा। सहस्त्रबाहु की राजधानी रही महेश्वर (महिष्मती) का पुनरुद्धार कराया। लोकमाता देवी अहिल्या बाई में एक आदर्श बहू और बेटी का रूप भी दिखाई देता है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या की 300वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संपूर्ण देश में अहिल्या उत्सव मनाए जाने का मार्ग प्रशस्त किया है। लोकमाता देवी अहिल्या बाई की 300वीं जयंती के अवसर पर इंदौर के राजवाड़ा में प्रदेश की कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया है। कैबिनेट की इस बैठक में लोकमाता देवी अहिल्या बाई की दूरदृष्टि से प्रेरित होकर प्रदेश के विकास के निर्णय लिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोकमाता देवी अहिल्या बाई के जीवन के विविध पहलुओं को एक नाटक के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए विश्व मांगल्य सभा की सराहना करते हुए कहा कि यह नाटक जन सामान्य को लोकमाता देवी अहिल्या बाई के कार्यों और सुशासन से परिचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि महेश्वर में इस नाटक का कुछ भाग ही देखा था, लेकिन आज इंदौर में पूरी जीवनगाथा कैबिनेट के सभी सदस्यों के साथ देखने का अवसर मिला है। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव सहित कैबिनेट के सदस्यों का मालवी पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया।