मध्यप्रदेश का सबसे तेजी से बढ़ता चमचमाता इंदौर। रंग बिरंगी रोशनी से जगमगाती मॉल्स की ऊंची इमारतें। देश का सबसे स्वच्छ शहर। साफ- सुथरी सड़कें। भविष्य के लिए जमीन से कुछ फीट ऊपर आसमान में आकार लेता मेट्रो प्रोजेक्ट। देश दुनिया की कॉर्पोरेट कंपनियां। यह इंदौर के विकास की लुभावनी तस्वीर है। लेकिन हर रोशनी के पीछे एक अंधेरा होता है। डेवलेपमेंट की उजली चमकती तस्वीर के बैकग्राउंड में नशे की गिरफ्त में कैद होता इंदौर का नौजवान है। इंदौर के तमाम पॉश इलाकों में मौजूद क्लब्स और पब्स के बैक डोर से रात के अंधेरे में कई नौजवान युवक और युवतियां लड़खड़ाते हुए बाहर निकलते हैं। कुछ घर पहुंच पाते हैं तो कुछ को कार में ही रात गुजारना पड़ती है।
दरअसल, ड्रग्स के बड़े रैकेट इंदौर के नौजवानों को कई तरह के नशे की लत लगाने के लिए आमादा है। पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद क्लब्स और पब्स में ये नशा सप्लाय होकर परोस दिया जाता है। लेकिन हैरानी तब होती है कि नशे के इस कारोबार पर जिस पुलिस को नकेल कसना चाहिए उसी पुलिस महकमे के कुछ नुमाइंदे नशे के कारोबारियों की मदद करते हैं। पढ़िए
वेबदुनिया की ये खास रिपोर्ट। इंदौर में बार डांसर, बैंडवाला, हाई प्रोफाइल आंटी, फोटोग्राफर, किन्नर, एयर होस्टेस, स्टूडेंट, डॉक्टर और अब पुलिसकर्मी पकड़ाए ड्रग सप्लाय में...
ड्रग पेडलर्स के चेहरे कैसे कैसे : ड्रग सप्लाय के धंधे में जुड़े कई तरह के प्रोफेशन के लोगों को पकड़कर इंदौर पुलिस भी हैरान है। हाल ही में मुंबई की एक बार बाला को पुलिस ने धरा था। रिटायर्ड एयर होस्टेस और किन्नर भी ड्रग बेच रहे हैं। एक हाई प्रोफाइल जैन आंटी को भी पकड़ा था। इस आंटी का बेटा एक पार्टी का पदाधिकारी था। कुछ दिन पहले विजयनगर पुलिस ने दो गे को पकड़ा था। क्राइम ब्रांच ने अभी नाईजीरियन एंथोनी को पकड़ा। पुलिस ने एक डांसर महिला और जेल प्रहरी को एमडी ड्रग्स के साथ पकड़ा था। नारकोटिक्स विभाग ने एक फोटोग्राफर को ड्रग्स के साथ पकड़ा था। एक बैंडवाला भी ड्रग्स के साथ पकड़ा जा चुका है। कई नाबालिग ड्रग्स में पकड़े गए हैं। आजादनगर पुलिस ने एक छात्रा का ड्रग्स के साथ पकड़ा था। इसके अलावा सौ से अधिक गुंडे ड्रग्स के धंधे में उतर गए है, जिनको पिछले साल पुलिस ने पकड़ा है।
कहां कहां होता ड्रग्स का इस्तेमाल : इंदौर से लगे आसपास के फॉर्म हाउस, होटल, में भी ड्रग्स पार्टी, रेव पार्टी का आयोजन किया जाता है। सोशल मीडिया पर इनका प्रचार किया जाता है और नशेड़ी वहां पहुंच जाते हैं। इस तरह की पार्टी करने वाले लगातार अपना ठिकाना बदलते रहते हैं। म्यूजिक पार्टी की आड़ में भी यह काम होता है। अब होली के मौके पर बड़ी मात्रा में ड्रग सप्लाय होगा। पुलिस को इन पर नजर रखना होगी।
यूनिवर्सिटी, कॉलेज और स्टूडेंट इलाके टारगेट : बता दें कि तेजी से बढते और एजुकेशन हब होने की वजह से यहां ड्रग का धंधे को तेजी से फैलाया जा रहा है। इसके लिए ड्रग माफिया यूनिवर्सिटी, कॉलेज और ऐसे इलाकों को टारगेट कर रहे हैं जहां स्टूडेंट बड़ी तादात में रहते हैं। जैसे विजयनगर, भंवरकुआ, भोलाराम उस्ताद मार्ग, नवलखा, होस्टल एरिया, मुस्लिम इलाके और इंदौर में जहां भी पब्स और क्लब्स संचालित हो रहे हैं। इन सभी इलाकों में ड्रग्स आसानी से मिल जाएगा। खबर तो यह भी है कि कई पान वाले दुकानदारों को भी ड्रग पेडलर ने अपने ठिकाने बना रखे हैं। पूरा नेटवर्क काम कर रहा है। इस नेटवर्क में महिलाएं भी जुड़ी हुईं हैं। हाल ही में पुलिस ने एक महिला ड्रग सप्लायर को गिरफ्तार किया था।
2 करोड़ रुपए की मेफेड्रोन MD: इंदौर में लगातार ड्रग तस्करों को पुलिस पकड़ रही है। हाल ही में पुलिस ने प्रतिबंधित मेफेड्रोन (MD) ड्रग्स की तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। 26 फरवरी को कस्तूरबा ग्राम रोड पर चेकिंग के दौरान शाहरुख निवासी आजाद नगर और विजय पाटीदार निवासी मंदसौर को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 200 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद की है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 2 करोड़ रुपए आंकी गई है। इसके अलावा भी आए दिन पुलिस ड्रग पेडलर की धरपकड़ कर रही है। कई तरह का नशा इंदौर के क्लब्स और पब्स में सप्लाय किया जा रहा है।
लड़की बनकर ड्रग्स सप्लाय करता था इंदौर का डॉक्टर : जनवरी में ही इंदौर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने डॉक्टर
योगेश लड़ाईया को 30 ग्राम एमडी ड्रग्स और गांजे के साथ गिरफ्तार किया था। इस नशेड़ी डॉक्टर योगेश को उस वक्त गिरफ्त में लिया गया जब वो एक होटल में न्यू ईयर की पार्टी के लिए ड्रग सप्लाय करने की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने होटल में रेड मार दी। डॉक्टर के लिबास देख पुलिस हैरान रह गई। वह लड़का होने के बावजूद लड़कियों के कपड़ों में था। साथ ही एक अन्य युवक भी उसके साथ मिला। उनके पास से 30 ग्राम एमडी ड्राग्स और गांजा मिला है। छानबीन में सामने आया कि डॉक्टर अवैध ड्रग्स की सप्लाय करता था और खुद भी नशे का आदी था।
50 लाख की ड्रग्स के साथ धराए : सराफा पुलिस ने हाल ही में बालदा कॉलोनी निवासी छोटा पारस और महावर नगर निवासी रिंकू उर्फ रोहित को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 500 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त की गई। ड्रग्स की कीमत 50 लाख रुपए से ज्यादा है। आरोपियों के पास से पुलिस ने एक कार भी जब्त की है। आरोपी उज्जैन से ड्रग्स लेकर इंदौर आए थे।
ड्रग से खाकी का कनेक्शन : एक तरफ पुलिस लगातार ड्रग माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई कर रही है तो दूसरी तरफ पुलिस महकमे के ही कुछ लोग नशा बेचने वालों की मदद कर रहे हैं। हाल ही में ड्रग माफियाओं से पुलिस के कनेक्शन को लेकर की गई विभागीय जांच में आजाद नगर थाने के सिपाही लखन गुप्ता पर ड्रग्स माफियाओं के साथ संलिप्तता सामने आई है। खबर है कि इसके बाद और गहराई से जांच की गई तो करीब 14 पुलिसकर्मियों का ड्रग्स माफियाओं से कनेक्शन सामने आया, इस मामले में उन्होंने लापरवाही बरती है। खुफिया विभाग ने बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए इन 14 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया है। यह कार्रवाई अपराध शाखा और थानों में वर्षों से सेवा दे रहे पुलिसकर्मियों पर की गई है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई का सिर्फ शुरुआती दौर है। जांच चल रही है, इसके बाद कुछ अन्य पुलिसकर्मियों पर भी एक्शन लिया जा सकता है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह के मुताबिक जिन भी पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया गया है वे पहले से ही सीनियर अधिकारियों की निगरानी में थे। उनके मुताबिक लंबे समय से यह कोशिश थी कि जो भी पुलिसकर्मी अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाएंगे या ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पुलिस के मुताबिक यदि जांच में उनके खिलाफ गंभीर सबूत मिलते हैं, तो उन्हें सस्पेंड और बर्खास्त भी किया जा सकता है।
इंदौर में कौन कौन सी ड्रग्स हो रही इस्तेमाल : ड्रग्स का कारोबार इंदौर के हर थाना क्षेत्र तक फैल चुका है, वहीं हर तरह का नशा, एमडी ड्रग्स, ब्राउन शुगर, चरस, गांजा, सिंथेटिक ड्रग्स, नशे की गोलियां सभी शहर में आ रहा है और कई लोग पकड़े में भी जा रहे हैं।