हिन्दी कविता : ब्रेकिंग न्यूज
झोपड़ी में पड़ा था एक गरीब
भूख से तड़पते हो गए थे दिन तीन
मांगने गया था रोटी पास की कॉलोनी में
हर घर से कर दिया गया एक दो तीन
अगले दिन जब हुआ राम नाम सत्य
कंडे-कफन लाने के लिए वहीं से तुरंत हो गया चंदा
एक दिन पूर्व यह सहृदयता कहां थी
लोगों से जानकर आया है हमारे टीवी चैनल का बंदा
एक ने कहा कि जिंदगी में सिर्फ एक बार लगता है कफन
दान सस्ता गिरता है और अधिक लगता है धरम
दूसरे ने कहा जिंदा इंसान मांगता रहता है रोज-रोज बार-बार
कब तक किस-किस को जिंदा रखेंगे हम
तीसरे ने कहा दूसरे दान-धर्म का क्या मालूम
ईश्वर हिसाब रख पाएगा या भूल जाएगा
कफन के लिए दिया दान-धरम तो
मृतात्मा खुद जाकर ताजा-ताजा लिखवाएगा।