नई कविता - इंद्रधनुष
देवेन्द्र सोनी
क्या है इंद्रधनुष ?
रंगों के मेल-मिलाप से बना
एक खूबसूरत एहसास
प्रकृति प्रदत्त मनभावन नजारा
जो भाता भी सबको है, और
हर्षाता भी सबको है
देता भी है, गहरा सबक
छुपा है प्रकृति प्रदत्त हर
जीव-निर्जीव में आनंद ही आंनद
जरूरत है सिर्फ समझने की और
मेल-मिलाप के उसके
अद्भुत गुण से तादाम्य बैठाने की
इतना-सा ही फंडा है
जीवन में भी उतारने का इंद्रधनुष
संजोए हम - प्रकृति और परिवार में
भावनाओं के विविध रंग
देखें फिर,
प्रफुल्लित मन से वह इंद्रधनुष
जो बिखेर देगा -
हर्षाई खुशियां हमारे आसपास
होंगी जो इतनी मनभावन
खिल उठेगा जिससे रोम-रोम
हमारा भी और परिवार का भी
तो आइए, बनाएं हम सब
ऐसा भी एक इंद्रधनुष
ऐसा ही एक इंद्रधनुष