- डॉ. विमला भंडारी (अध्यक्ष, सलिला संस्था)
सलूम्बर (राजस्थान)। हिन्दी बाल कहानी को लेकर प्रविष्टियों के जरिए वर्ष 2017 में दिए जाने वाले स्वतंत्रता सेनानी ओंकारलाल शास्त्री स्मृति पुरस्कार के लिए 13 बाल कहानियों को पुरस्कार के लिए चुना गया है। इसके साथ ही मेवाड़ व सलूम्बर क्षेत्र में साहित्य व समाज में किए गए उत्कर्ष कार्य हेतु ‘मेवाड़ गौरव’ व ‘सलूम्बरश्री’ अलंकरण हेतु मनोनयन किया गया है।
'सलिला' संस्था की अध्यक्ष डॉ. विमला भंडारी ने बताया कि निर्णायकों से प्राप्त निर्णय एवं चयनित सदस्यों की बैठक में गत दिनों पुरस्कार व 2 अलंकरण सम्मान हेतु अनुमोदन किया गया।
पुरस्कारों की घोषणानुसार प्रथम पुरस्कार पेड़ों ने मनाया बसंतोत्सव (डॉ. मोहम्मद साजिद खान, शाहजहांपुर, उप्र), द्वितीय पुरस्कार बेफिजूल की बात (रजनीकांत शुक्ल, गाजियाबाद, उप्र), तृतीय पुरस्कार गुड टच बेड टच (डॉ. लता अग्रवाल, भोपाल, मप्र) को दिया जाएगा।
इस पुरस्कार के अंतर्गत प्रथम को 3,000, द्वितीय को 2,000 व तृतीय को 1500 रुपए की नकद राशि प्रदान की जाएगी।
श्रेष्ठ बाल कहानी के अंतर्गत इन 10 बाल कहानियों को चुना गया है-
अनछई- डॉ. पंकज वीरवाल, सलूम्बर (राज.)
एक वादा- अलका प्रमोद, लखनऊ (उप्र)
मेहनत की कमाई- कमलेश चौधरी, बाबैन (कुरुक्षेत्र, हरि.)
दयावान दीनू- सावित्री चौधरी, जयपुर (राज.)
जैसा खोया वैसा पाया- राजेन्द्र श्रीवास्तव, विदिशा (मप्र)
भूल सुधार- देशबंधु शाहजहांपुरी, शाहजहांपुर (उप्र)
गुलाटीबाज- गुडविन मसीह, बरेली (उप्र)
चूं-चूं की वापसी- अलका अग्रवाल, भरतपुर (राज.)
बस्ता खुश हो गया- ओमप्रकाश क्षत्रिय, रतनगढ़ (मप्र)
अहसास- किशोर श्रीवास्तव, नई दिल्ली
श्रेष्ठ कहानी पुरस्कार के अंतर्गत प्रत्येक साहित्यकार को 1,000 रुपए की राशि का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
'मेवाड़ गौरव' अलंकरण सम्मान 2,500 रुपए की नकद राशि हेतु माधव दरक, प्रख्यात कवि हिन्दी व राजस्थानी भाषा के केलवाड़ा (कुंभलगढ़- राज.) निवासी को मेवाड़ के लिए उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए मनोनीत किया गया है।
'सलूम्बरश्री' अलंकरण सम्मान 2,000 रुपए की राशि हेतु हेमंत भट्ट, सलूम्बर, सेवानिवृत्त अध्यापक को उनके मानवीय संस्कारों के स्थापनार्थ किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए मनोनीत किया गया है।
2-3 अक्टूबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय बाल साहित्यकार सम्मेलन, सलूम्बर (राज.) के समारोह में पुरस्कार-सम्मान के तहत प्रत्येक साहित्यकार को नकद राशि के साथ सम्मान पत्र, शॉल व स्मृति चिन्ह से देकर सम्मानित किया जाएगा।