फनी शायरी : हमें तो अपनों ने ही लूटा
भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी साल में लोगों को अब महंगी बिजली मिलेगी। विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों में 1.65 फीसदी का इजाफा कर दिया है। वहीं घरेलू उपभोक्ताओं पर न्यूनतम चार्ज समाप्त कर दिया गया है। घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक के बिल पर 10 रुपए तक बढ़ाए गए हैं, लेकिन इन उपभोक्ताओं को अटल गृह ज्योति योजना में पहले की तरह मात्र 100 रुपए का ही भुगतान करना होगा।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि विद्युत नियामक आयोग द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए जारी टैरिफ में औसत 1.65 प्रतिशत की मामूली वृद्धि की है, जबकि गत वर्ष की तुलना में महंगाई 9.3 प्रतिशत बढ़ी है। निम्न दाब गैर घरेलू श्रेणी तथा निम्न दाब औद्योगिक श्रेणी की विद्युत दरों में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है।
हालांकि निम्न दाब गैर घरेलू श्रेणी तथा निम्न दाब औद्योगिक श्रेणी की विद्युत दरों में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है। उच्च दाब उपभोक्ताओं की माँगों का ध्यान में रखते हुए इस वर्ष KVAH के आधार पर प्रस्तावित बिलिंग को मान्य नहीं किया गया है।
ऊर्जा मंत्री ने बताया है कि वर्तमान में शासन द्वारा दी जा रही सब्सिडी के कारण 100 यूनिट तक विद्युत खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ता एवं फ्लेट रेट कृषि उपभोक्ताओं के विद्युत बिलों पर इस मामूली वृद्धि का भी कोई प्रभाव नहीं रहेगा।
मेट्रो रेल के लिए अलग श्रेणी बना कर विद्युत दरें निर्धारित की गई हैं। इलेक्ट्रीकल व्हीकल चार्जिंग स्टेशनों के लिये स्थाई प्रभार को समाप्त किया गया है।
पर्यावरण के लिये जागरूक उपभोक्ता, जो रिन्यूएबल एनर्जी का ही उपयोग कर कार्बन उत्सर्जन में कमी लाना चाहते हैं, वह 0.97 प्रति यूनिट का अतिरिक्त भुगतान कर ग्रीन एनर्जी से बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
वर्तमान दरें 1.13 रुपए में 16 पैसे प्रति यूनिट की कमी की गई है। उपभोक्ताओं को कोई भी मीटरिंग चार्ज नहीं लगेंगे।