तुम भी कहीं चले जाओ : चटपटा और अटपटा है गुप्ता जी का यह चुटकुला
गुप्ता जी अपने दोस्त के घर गए और दरवाजे की घंटी बजाई, जिसे सुन कर एक बच्चा बाहर आया।
गुप्ता जी : बेटा पापा घर पर हैं?
बच्चा: अंकल पापा तो बाजार गए हैं।
गुप्ता जी : चलो बड़े भाई को बुला दो?
बच्चा: जी वो क्रिकेट खेलने गया है।
गुप्ता जी : बेटा मम्मी तो होंगी घर पर?
बच्चा: जी वो किट्टी पार्टी में गई हैं।
गुप्ता जी : खीज कर : "तो बेटा तुम घर पर क्यों बैठे हुए हो तुम भी कहीं चले जाओ।"
बच्चा: जी मैं भी तो अपने दोस्त के घर आया हुआ हूं।