1. एक भाईसाहब बेसन लेने गए थे,
सूजी लेकर लौटे हैं..
2. जो लोग अकेले रहते हैं उनको परिवार याद आ रहा है और जो परिवार के साथ हैं उनको रोना आ रहा है।
3. अब तो मंडे, संडे सब एक जैसे लगने लगे हैं...
4.जो इस महामारी में 21 दिन भी घर पर नही रह पा रहे है।
वो उमर अब्दुल्ला से ट्रेनिंग ले सकते है वो 7 महीने बाद घर से बाहर निकले हैं….
5. सभी से अनुरोध है
कि कृपया कोई अफवाह उड़ाने या फैलाने का कारक न बनें। सरकार ने गुस्से में आकर नेट भी बंद कर दिया तो चिड़ी उड़-तोता उड़ खेलने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
जनहित में जारी
6. अर्ज किया है
क्या करें कहां जाएं,
यह तो जिंदगी भर का रोना है
घर में बैठी है शेरनी, बाहर कोरोना है
7.पुलिस ने टॉस जीत लिया है
और उन्होंने पहले बेटिंग चुनी है
कृपया अब घर में ही रहें ।
8. इसी तरह लॉक डाउन बढ़ता रहा
और 24×7 मियां बीवी को साथ रहना पड़ा,
तो वैज्ञानिकों से पहले कोई पति ही
कोरोना वायरस का टीका बना देगा।
9. मोदी विरोधी आज बहुत दुविधा मे पड़े है की..
कहना माने तो शान चली जाएगी, नहीं माने तो जान चली जाएगी।
10. सभी सोना से निवेदन है कि अपने बाबू को अपनी गली में आने के
लिए विवश ना करें वरना इतनी लठ्ठ पड़ेंगे की आपका बाबू बाबूलाल हो जाएगा।