गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. नन्ही दुनिया
  3. निबंध
  4. christmas essay 2024
Written By WD Feature Desk
Last Updated : गुरुवार, 19 दिसंबर 2024 (16:29 IST)

क्रिसमस पर निबंध : Christmas Par Nibandh

क्रिसमस पर निबंध : Christmas Par Nibandh - christmas essay 2024
christmas essay : क्रिसमस का पर्व क्रिश्चियन समुदाय का सबसे बड़ा और खुशी का त्योहार है। प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को दुनिया भर में क्रिसमस पूरे हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है। धार्मिक श्रद्धा और सांस्कृतिक उत्सव के मिश्रण का पर्व 'क्रिसमस' विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला त्योहार है। आइए जानते हैं क्रिसमस के बारे में...
 
Highlights 
  • क्रिसमस के बारे में कैसे लिखें?
  • हिन्दी निबंध : क्रिसमस/ बड़ा दिन
  • क्रिसमस यीशु मसीह का जन्मदिन।
ईसाई धर्म की मान्यताओं के अनुसार यह ईसाइयों के भगवान ईसा मसीह का जन्मदिन होता है, जो क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। इसे मैरी क्रिसमस भी कहते हैं। क्रिसमस आने के 15-20 दिनों पहले से ही मसीह समाज के लोग इसकी तैयारियों में लग जाते हैं। क्रिसमस पर्व के मद्देनजर लगभग 1 सप्ताह की छुट्‍टी रहती है और इस दौरान बाजारों तथा मॉल की रौनक देखने लायक होती है। 
 
यह दिन प्रभु यीशु के जन्म उत्सव को मनाने का होने के कारण घर-बाजार रंगबिरंगी रोशनियों से जगमगा उठते हैं। ईसाई धर्म समुदाय वाले अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाकर तथा तरह-तरह केक और पकवान बनाकर पा‍र्टी का आयोजन करते हैं और एक-दूसरे को 'मैरी क्रिसमस' बोलकर शुभकामनाएं देते हैं। 
 
क्रिश्चियन समुदाय के लोगों के इस पर्व को अन्य धर्मों के लोग भी इसे मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं। इस अवसर पर चारों तरफ रौनक देखते बनती है। हिन्दू धर्म में जहां दीपावली, होली, रक्षाबंधन आदि पर्व मनाते हैं, वैसे ही क्रिसमस भी एक खास पर्व होने के कारण त्योहारों का देश कहा जाने वाले भारत में भी सभी समुदाय के लोग मिल-जुलकर इस त्योहार को मनाते हैं। 
 
इस पर्व का मुख्‍य आकर्षण सांताक्लॉज होता है, जो लाल-सफेद कपड़ों में आकर बच्चों के लिए ढेर सारे गिफ्टस और चॉकलेट्स उपहारस्वरूप लेकर आता है, और बच्चों को बांटता है। इस दिन गि‍‍‍‍रिजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा तथा जुलूस निकाल कर प्रभु यीशु मसीह की झांकियां दिखाई की जाती हैं, साथ ही इस दिन शहर के सभी चर्चों में मोमबत्तियां जलाकर शांति की प्रार्थना की जाती है। इस अवसर पर एक-दूसरे को उपहार भी देते हैं। बाजारों में क्रिसमस का क्रेज 25 दिसंबर से न्यू ईयर तक जारी रहता हैं।