मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. सेहत
  3. हेल्थ टिप्स
  4. must avoid reheating these 6 foods
Written By

किन चीजों को भूलकर भी दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए, जरूर जानिए

किन चीजों को भूलकर भी दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए, जरूर जानिए - must avoid reheating these 6 foods
हममें से ज्यादातर लोग खाना गर्म करके खाना पसंद करते हैं। लेकिन आपको शायद ही ये मालूम होंगा कि सभी चीजों को दोबारा गर्म करना सेहत के लिहाज से अच्छा नहीं होता है। ऐसी कुछ चीजें है जिन्हें दोबारा गर्म करने पर वे हानिकारक हो जाती है। आइए, जानते हैं कि कौन सी 6 चीजों को भूलकर भी दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए -  
 
1 पालक - जी हां, पालक एक ऐसी सब्जी है, जिसे बार-बार या अधिक गर्म करने के, आपके स्वास्थ्य पर बेहद खतरनाक प्रभाव पड़ सकते हैं। दरअसल इस में मौजूद नाइट्रेट की मात्रा अधिक गर्म होने पर अत्यंत खतरनाक हो सकती है।
 
2 अंडा - अंडे को सामान्यत: उबालकर या पकाकर खाया जाता है। लेकिन इस उच्च तापमान पर गर्म करने पर यह जहर समान होता है। इसके प्रभाव बहुत बुरे होते हैं। इसलिए हमेशा ध्यान रखें अंडे को दोबारा न उबालें, या अत्यधिक पकाकर न खाएं।
 
3 आलू - आलू सबसे कॉमन सब्जी है, जो हर घर में मिलती है। इससे कई तरह के व्यंजन भी बनाए जाते हैं। लेकिन कई बार हम आलू को कुछ घंटे पहले, या सुबह के लिए रात को ही उबालकर फ्र‍िज में रख देते हैं, जो बहुत अधिक खतरनाक है। ऐसा करने से उसमें मौजूद पोषक तत्व विषाक्त पदार्थों में बदल जाते हैं।
 
4 मशरूम - मशरूम में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है, जिससे इसके जल्दी खराब होने की संभावना बहुत अधिक होती है। इसलिए अधि‍क समय तक रखे रहने के बाद इसके सेवन से हमेशा बचें।
 
5 चुकंदर - चुकंदर में भी नाइट्रेट पाया जाता है, जिसे दोबारा गर्म करने पर यह जहर का कार्य करता है। अत: इसे गर्म करने से बचें। कच्चा चुकंदर स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है।
 
6 चिकन-
चिकन में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जो बार-बार गर्म करने पर टॉक्स‍िस बन जाता है, अर्थात जहर की तरह कार्य करता है।
 
7 चावल -
माना जाता है कि कच्चे चावल में जो कीटाणु होते हैं वे चावल पक जाने पर मर जाते हैं। लेकिन चावल के ठंडे होने के बाद ये कीटाणु चावल में वापस पनपने लगते हैं और दोबारा गर्म करने पर भी मरते नहीं हैं।
 
ये भी पढ़ें
नवरात्रि और कोरोना: बंधन है तो क्या हुआ, मन का उत्सव मना लीजिए