गुस्से का दिल पर असर:
गुस्से से दिल का दौरा कैसे हो सकता है?
गुस्से के दौरान होने वाले शारीरिक बदलावों से रक्त वाहिकाओं में संकुचन हो सकता है, जिससे रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। यह रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ा सकता है, जो दिल के दौरे का कारण बन सकता है।
क्या गुस्सा हमेशा दिल के लिए खतरनाक है?
हर गुस्से का दिल पर नकारात्मक असर नहीं होता है। छोटे-मोटे गुस्से के दौरे दिल के लिए खतरनाक नहीं होते हैं। लेकिन अगर आप बार-बार गुस्से में आते हैं या आपके गुस्से के दौरे बहुत तीव्र होते हैं, तो यह आपके दिल के लिए खतरा बन सकता है।
गुस्से को नियंत्रित करना कैसे?
1. गहरी सांसें लें : जब आप गुस्से में हों तो गहरी सांसें लेने से आपके शरीर को शांत होने में मदद मिलती है।
2. शांत होने के लिए समय निकालें : जब आप गुस्से में हों तो खुद को शांत होने के लिए कुछ समय दें।
3. समस्या का हल खोजें : गुस्से का कारण जानने की कोशिश करें और उसे सुलझाने के लिए कुछ करें।
4. अपनी भावनाओं को व्यक्त करें : अपनी भावनाओं को दबाने के बजाय उन्हें स्वस्थ तरीके से व्यक्त करें।
5. योग और ध्यान करें : योग और ध्यान से तनाव कम करने और गुस्से को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
कौन लोग गुस्से के खतरे में हैं?
-
पहले से ही दिल की बीमारी से पीड़ित लोग
-
उच्च रक्तचाप वाले लोग
-
मोटापे से जूझने वाले लोग
-
धूम्रपान करने वाले लोग
-
शराब पीने वाले लोग
गुस्सा दिल के लिए खतरा बन सकता है, खासकर अगर आप पहले से ही दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। गुस्से को नियंत्रित करना आपके दिल को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है। अगर आप बार-बार गुस्से में आते हैं या आपके गुस्से के दौरे बहुत तीव्र होते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।