कीमोथैरेपी भी है हानिकारक! नुकसान से बचाएंगे 3 उपाय
कैंसर के सफल इलाज के तौर पर प्रयोग की जाने वाली कीमोथेरेपी द्वारा इसका निराकण जरूर संभव है, लेकिन कीमोथैरेपी के अपने कुछ साइड इफेक्ट भी हैं, जो सेहत को बेहद प्रभावित करते हैं। इन दुष्परिणामों से बचने के लिए यह 3 नैचुरल टिप्स बेहद कारगर उपाय हैं। जानिए -
1 एक्यूपंचर - विशेषज्ञों के अनुसार, कीमोथैरेपी के बाद होने वाली जी मिचलाने या उल्टी होने की समस्या पर एक्यूपंचर द्वारा नैचुरल तरीके से नियंत्रण किया जा सकता है। 2005 में किए गए 11 क्लिनिकल ट्रायल पर एक शोध रिपोर्ट एवं अन्य अध्ययन के अनुसार कीमोथैरेपी के बाद एक्यूपंचर सेशन लेने वाले मरीजों ने अपेक्षाकृत कम परेशानी महसूस की।
2 मसाज थैरेपी - मसाज थैरेपी सिर्फ शारीरिक और मानसिक फायदों एवं थकान से मुक्ति पाने का तरीका नहीं, बल्कि यह उन मरीजों के लिए भी कारगर है जो कीमोथैरेपी के साइड इफेट्स से गुजर रहे हों। एक शोध के अनुसार कीमोथैरेपी के 41 मरीजों को थैरेपी के बाद मसाज थैरेपी देने पर यह पाया गया कि उनका दर्द और बेचैनी काफी हद तक कम हुई और नींद में भी फायदा हुआ।
3 औषधी - आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में ऐसी कई औषधियां हैं, जो कीमोथैरेपी की परेशानियों को दूर करने में बेहद मददगार साबित हो सकती हैं। इन औषधियों में अदरक का नाम सबसे ऊपर है। 2009 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार 644 कैंसर मरीजों को तीन दिन तक कीमोथैरेपी से पहले अदरक सप्लीमेंट दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप ट्रीटमेंट के बाद उन मरीजों का जी मचलाना और अन्य समस्याओं में 40 प्रतिशत की कमी हुई।