रक्तदान को महादान कहा जाता है। लेकिन इसे लेकर आज भी लोग जागरूक कम हैं। मन में डर और भ्रांतियां दोनों हैं। हर साल 14 जून को ब्लड डोनेशन डे यानी रक्तदान दिवस मनाया जाता है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा सकें। लेकिन अभी और अधिक प्रयास की जरूरत है। पाठकों और लोगों को जागरूक करने के लिए वेबदुनिया ने ब्लड कॉल सेंटर के संचालक अशोक नायक से चर्चा की और बताया कि रक्तदान का कितना महत्व है।
तो आइए जानते हैं रक्तदान से जुड़ें तमाम सवालों के जवाब
रक्तदान को लेकर लोग कितने जागरूक है?
रक्तदान को लेकर लोग पहले से अधिक जागरूक हो रहे हैं। आज से 10 साल पहले और आज में बहुत अंतर है। इंदौर शहर की बात की जाए तो यहां 30 लाख की आबादी में से करीब 2 लाख लोग ब्लड डोनेट करते हैंै। लेकिन इससे भी अधिक जागरूक होने की जरूरत है।
रक्तदान को लेकर लोगों के मन में डर रहता की कुछ हो नहीं जाएं? डर को कैसे दूर करें?
लोगों के मन में डर नहीं भ्रांतियां है। उन्हें लगता है कि ब्लड देने से चक्कर नहीं आ जाएं या कुछ समस्या नहीं हो जाएं। ब्लड देने से अगर कुछ होता तो यह प्रक्रिया ही नहीं बनती।
- ब्लड एक ऐसा सुरक्षित दान है जिससे बॉडी में कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
रक्तदान से आपको ये फायदे हैं-
1- ब्लड देने से हमारी बॉडी में होने वाली बीमारियों का पता चलता है।
2- रक्तदान से पहले आपकी बॉडी की जांच होती है। उसमें हमे पहले ही पता चल जाता है कि हमें किसी प्रकार की बीमारी होने वाली है
3- रक्तदान से पहले हीमोग्लोबिन का टेस्ट होता है। कम होने पर आप रक्तदान नहीं कर सकते। लेकिन पता चलने पर आप हीमोग्लोबिन के लिए प्रयास कर सकते हैं....
4. ब्लड देने से ह्र्दय संबंधित बीमारी के आसार कम होते हैं। क्योंकि उनका ब्लड गाढ़ा बहुत कम होता है।
किस प्रकार की बीमारी होने पर रक्तदान नहीं कर सकते हैं?
अगर आपको किसी भी प्रकार की टेबलेट चल रही है तो आप रक्तदान नहीं कर सकते हैं। डायबिटीज, एचआईवी बीमारी होने पर आप ब्लड नहीं दे सकते हैं। एक स्वस्थ इंसान कभी भी ब्लड दे सकता है। जो लोग फिट है वह किसी के काम आ सकते हैं, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो उस जीवन का बहुत अधिक महत्व नहीं है।
क्या पियर्सिंग और टैटू बनवाने वाले भी ब्लड डोनेट कर सकते हैं?
जी हां, वे लोग ब्लड डोनेट कर सकते हैं लेकिन 3 महीने से पहले नहीं। लेकिन सबसे बड़ी परेशानी यह रहेगी कि अपने परिवार में किसी को जरूरत पड़ने पर भी आप किसी भी स्थिति में ब्लड नहीं दे सकते हैं।
रक्तदान करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है?
रक्तदान से पहले पेट भर कर नाश्ता करें या भोजन करें। खाली पेट रक्तदान नहीं करें। आपने 12 घंटे से पहले किसी प्रकार की मेडिसिन नहीं ली हो। कम से कम 2 घंटे पहले स्मोकिंग नहीं की हो। तो आप बिल्कुल ब्लड दे सकते हो।
ब्लड डोनेट करने के बाद किस तरह की सावधानियां रखने की जरूरत है?
ब्लड डोनेट करने के बाद किसी खास प्रकार की सावधानी रखने की जरूरत नहीं है। आपको ब्लड बैंक में ही 15 से 20 मिनट तक के लिए आराम कराया जाता है। इसके बाद आप काम कर सकते हैं।
रक्तदान का क्या महत्व होता है?
रक्तदान एक महादान है। रक्त किसी फैक्ट्री या ओर कहीं नहीं बन सकता है इंसान की बॉडी के अलावा। आप इसका उपयोग कर लोगों की जान भी बचा सकते हैं। इतना ही नहीं बड़े - बड़े बाॅडी बिल्डर भी कहते हैं हमें अच्छा नहीं लगता है या डर लगता है। लेकिन ऐसा नहीं करें। खुलकर आगे आएं और रक्तदान करें।
8.क्या आने वाले समय में रक्त की कमी हो जाएगी?
कोरोना काल जैसे समय में ब्लड की मांग बंद हो जाती है। ब्लड की अभी कोई समस्या नहीं है ना ही आगे होगी। ब्लड बैंकों के पास ब्लड है और ब्लड की बहुत अधिक डिमांड भी नहीं है।
जनता को रक्तदान के लिए कैसे जागरूक करेंगे?
मैं सभी से निवेदन करता हूं कि अपने नंबर का इंतजार नहीं करें। यह नहीं सोचे की सिर्फ हमारे परिवार और दोस्तों को को ब्लड की जरूरत होगी तब ही रक्तदान करेंगे। तो जब भी किसी को खून की जरूरत होती है उन्हें ब्लड जरूर दें।