World Listening Day : 18 जुलाई को मनाया जाता है वर्ल्ड लिसनिंग डे, जानिए क्या है 2022 की थीम
प्रतिवर्ष 18 जुलाई को विश्व श्रवण दिवस मनाया जाता है। इसे मानाने का मूल उद्देश्य मानव और प्रकृति में सम्बन्ध बनाना और दूसरी संस्कृतियों, समाजों और सभ्यताओं को जानना है। यह भिन्न-भिन्न ध्वनियों को सुनने और उनके अध्ययन करने का दिन होता है।
18 जुलाई को कनाडाई मूल के मशहूर संगीतकार और प्रख्यात पर्यावरणविद रेमंड मरे शेफर का जन्मदिन रहता है। उन्होंने स्वयं का सॉउन्डोस्केप प्रोजेक्ट विकसित किया था। जिसके कारण 70 के दशक में ध्वनिक पारिस्थितिकी का प्रचार-प्रसार हुआ और इसके मौलिक विचारों और प्रथाओं को रखा गया जिसके कारण समाज में एक नई जागरूकता विकसित हो सकी। रेमंड मरे का जन्म 1933 में हुआ था और इन्हें ध्वनिक पारिस्थितिकी का संस्थापक माना जाता है।
यह दिवस 2010 से मनाना प्रारम्भ हुआ था और तब से निरंतर प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है। जैसा कि हमें मालूम है कि ऐसे मनाए जाने वाले दिवस की कोई न कोई थीम अवश्य होती है। इस श्रवण दिवस की इस बार 2022 की थीम है 'लिसनिंग एक्रॉस बाउंड्रीज'। इस थीम से यह बताने का उद्देश्य है कि प्राकृतिक ध्वनियां मानव निर्मित ध्वनियों को नहीं पहचानती है। हमें वैज्ञानिक, सांगीतिक और चिकित्सिक सहायता से उनसे सम्बंधित सभी प्रकार के ज्ञान से अवगत हो सके। पूरी दुनिया में हम बिना किसी अवरोध के हर प्रकार की प्राकृतिक ध्वनियां सुन सकें।