मीठी नहीं तीखी हुआ करती थी चॉकलेट! क्या आपको पता है इसका इतिहास?
कैसे हुई चॉकलेट की खोज? तीखे मसाले मिलाकर खाई जाती थी चॉकलेट
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2000 वर्ष पूर्व अमेरिका के में कोको के पेड़ की खोज की गई थी।
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स्पेन में चॉकलेट रईसों का फैशनेबल ड्रिंक बन गया।
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सबसे पहले चॉकलेट पर स्पेन के एकाधिकार को खत्म किया।
Chocolate Day 2024 : वैलेंटाइन वीक (Valentine Week 2024) की शुरुआत हो चुकी है और आप भी अपने पार्टनर को इम्प्रेस करने के लिए तैयार हो जाइए। फरवरी का महीना प्यार का महीना माना जाता है क्योंकि इस महीने में वैलेंटाइन डे (Valentine Day) मनाया जाता है। किसी भी कपल के लिए यह दिन बेहद खास होता है। अपने प्यार का जश्न मनाने के लिए यह दिन बहुत परफेक्ट है।
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हालांकि प्यार का इज़हार करने के लिए किसी निर्धारित दिन की ज़रूरत नहीं होती है लेकिन अपने पार्टनर को स्पेशल फील कराने के लिए आपको यह दिन सेलिब्रेट करना चाहिए। वैलेंटाइन वीक में 9 फरवरी को चॉकलेट डे (Chocolate Day) मनाया जाता है। यह दिन भी बहुत रोचक और मिठास भरा होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि चॉकलेट की शुरुआत कैसे हुई? आइए जानते हैं Chocolate History के बारे में....
अमेरिका में हुई थी चॉकलेट की खोज
चॉकलेट की प्रमुख सामग्री केको या कोको के पेड़ की खोज 2000 वर्ष पूर्व अमेरिका के वर्षा वनों में की गई थी। इस पेड़ की फलियों में जो बीज होते हैं उनसे चॉकलेट बनाई जाती है। सबसे पहले चॉकलेट बनाने वाले लोग मैक्सिको और मध्य अमेरिका के थे और यह चॉकलेट खाने की नहीं बल्कि पीने की चीज हुआ करती थी।
1528 में स्पेन ने जब मैक्सिको पर कब्जा किया तो वहां का राजा भारी मात्रा में कोको के बीजों और चॉकलेट बनाने के यंत्रों को अपने साथ स्पेन ले गया। जल्दी ही स्पेन में चॉकलेट रईसों का फैशनेबल ड्रिंक बन गया।
चॉकलेट पर स्पेन के एकाधिकार को किया खत्म
इटली के एक यात्री फ्रेंसिस्को कारलेटी ने सबसे पहले चॉकलेट पर स्पेन के एकाधिकार को खत्म किया। उसने मध्य अमेरिका के इंडियंस को चॉकलेट बनाते देखा और अपने देश इटली में भी चॉकलेट का प्रचार प्रसार किया। 1606 तक इटली में भी चॉकलेट प्रसिद्ध हो गई और आज चॉकलेट हर किसी की पसंद के रूप में उभरकर सामने आई है।
मीठी नहीं तीखी चॉकलेट से हुई थी शुरुआत
चॉकलेट पहले बहुत तीखी हुआ करती थी, अमेरिका के लोग इसमें बहुत सारे मसाले पीस कर मिलाया करते थे। जिससे यह स्पाइसी होती थी। लेकिन इसे मीठा बनाने का श्रेय यूरोप को जाता है, जिसने इसमें से मिर्च को हटाकर शक्कर और दूध का प्रयोग किया। तब से चॉकलेट को पीने की चीज से खाने की चीज बनाने का श्रेय यूरोप को जाता है। आज चॉकलेट सभी की पसंद बनी हुई है और सभी खास अवसरों पर इसका आदान-प्रदान किया जाता है।