lord ganesha worship: इन दिनों श्रीगणेश पूजा के खास दिन चल रहे हैं और इस समय भगवान श्रीगणेश की पूजा मध्यान्हकाल, अभिजीत मुहूर्त और प्रदोषकाल में की जाती है। आइए यहां जानते हैं गणेश उत्सव के नौवें दिन के पूजा के मुहूर्त, मंत्र और नैवेद्य के बारे में जानकारी...
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04 सितंबर 2025 गुरुवार: गणेश पूजा के मुहूर्त
1. दिन में 11:55 से 12:45 बजे के बीच।
2. शाम को 6:39 से रात 7:47 के बीच।
आज के मंत्र- - ॐ गं गौं गणपतये विघ्न विनाशिने स्वाहा
- वक्रतुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ निर्विघ्नम कुरू मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा
नौवां दिन- मालपुआ
मालपुआ एक पारंपरिक और स्वादिष्ट भारतीय मिठाई है, जो अक्सर त्योहारों और खास अवसरों पर बनाई जाती है। यह नरम और स्पंजी होता है, जिसे इलायची और केसर की सुगंध वाली मीठी चाशनी में डुबोया जाता है। यहां श्रीगणेश के भोग में बनाने हेतु मालपुआ की एक सरल और पारंपरिक विधि दी गई है।
सामग्री
बैटर के लिए:
मैदा: 1 कप
सूजी (बारीक): 1/4 कप
दूध: 1.5 कप या आवश्यकतानुसार
हरी इलायची पाउडर: 1/2 चम्मच
सौंफ: 1/2 चम्मच
चाशनी के लिए:
चीनी: 1.5 कप
पानी: 1 कप
हरी इलायची: 2-3 (कुटी हुई)
केसर के धागे: 5-6
तलने के लिए:
घी: तलने के लिए
बनाने की विधि
बैटर तैयार करें: एक बड़े कटोरे में मैदा, सूजी, इलायची पाउडर और सौंफ लें। इसमें थोड़ा-थोड़ा दूध मिलाते हुए एक चिकना, बिना गांठ वाला बैटर बनाएं। बैटर की कंसिस्टेंसी न तो बहुत पतली हो और न ही बहुत गाढ़ी। यह पूड़ी के आटे जैसा होना चाहिए। इसे 20-30 मिनट के लिए ढककर रख दें ताकि सूजी फूल जाए।
चाशनी बनाएं: एक पैन में चीनी और पानी डालकर मध्यम आंच पर रखें। चीनी के घुलने तक इसे लगातार चलाएं। एक उबाल आने के बाद इसमें इलायची और केसर डालें। चाशनी को 4-5 मिनट तक पकाएं, जब तक यह एक तार की न हो जाए। आंच बंद कर दें और चाशनी को हल्का गरम रहने दें।
मालपुआ तलें: एक चौड़े और गहरे पैन में घी गरम करें। आंच को मध्यम रखें। जब घी गरम हो जाए, तो एक छोटी कटोरी में बैटर लेकर धीरे-धीरे गरम घी के बीचों-बीच डालें। बैटर अपने आप गोल आकार ले लेगा।
पकाएं: मालपुआ को धीमी से मध्यम आंच पर तब तक तलें जब तक कि वह दोनों तरफ से सुनहरा भूरा और कुरकुरा न हो जाए। जब यह पूरी तरह से पक जाए, तो इसे एक छन्नी या कलछी की मदद से अतिरिक्त घी निकालकर बाहर निकाल लें।
चाशनी में डुबोएं: तले हुए मालपुआ को तुरंत गरम चाशनी में डालें। इसे 1-2 मिनट के लिए चाशनी में रहने दें ताकि यह रस सोख ले।
आपके स्वादिष्ट मालपुआ तैयार हैं। इन्हें बादाम या पिस्ता से गार्निश करके गणपति बप्पा को नैवेद्य अर्पित करें।
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