पंजाब में भारत बंद का असर, दुकानें बंद, सड़कों पर प्रदर्शन
चंडीगढ़। केंद्र के 3 नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर किसान संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद के मद्देनजर पंजाब में अनेक स्थानों पर दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल समेत सभी प्रमुख सियासी दलों ने बंद का समर्थन किया है।
पंजाब में पेट्रोल डीलरों ने भी बंद के समर्थन में पेट्रोल पंप बंद रखे। राज्य में ईंधन भरने वाले पंपों की संख्या 3,400 से अधिक है। पड़ोसी राज्य हरियाणा में विपक्षी दल कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोक दल ने भारत बंद को समर्थन दिया। दोनों ही राज्यों में सुबह से ही किसान राजमार्गों तथा अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर एकत्रित होने लगे थे।
अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति के एक नेता ने कहा कि हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे किसानों का समर्थन करें और हमें पूरा भरोसा है कि समाज के सभी तबकों से समर्थन मिलेगा। सरकारी कर्मचारियों के कई संघों, ट्रांसपोर्टरों ने किसानों के प्रदर्शन को समर्थन दिया है।
पंजाब सिविल सेक्रेटेरिएट स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखचैन खैरा ने बताया कि राज्य में 50,000 से अधिक सरकारी कर्मचारियों ने बंद के समर्थन में सामूहिक कैजुअल लीव ली है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने भी किसानों के समर्थन में अपने कार्यालय और संस्थान बंद रखने की घोषणा की है।
मोहाली में एक किसान ने कहा कि हम शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन करेंगे। लुधियाना में भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर बैठ गए। किसान नेताओं ने कहा कि सुबह 11 बजे से 3 बजे तक वे सड़कों और टोल प्लाजा को बंद रखेंगे। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों ही राज्यों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
हरियाणा पुलिस ने यात्रा परामर्श जारी किया है जिसमें कहा है कि लोगों को कई मार्गों एवं राजमार्गों पर यातायात की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। (भाषा)