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Last Modified: बुधवार, 27 जनवरी 2021 (16:48 IST)

FIR में खुलासा, ITO पर आए थे 10000 किसान, 6 DTC बसों, 5 पुलिस वाहनों में की थी तोड़फोड़

FIR में खुलासा, ITO पर आए थे 10000 किसान, 6 DTC बसों, 5 पुलिस वाहनों में की थी तोड़फोड़ - Delhi Kisan agitation violence case
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान आईटीओ (ITO) पर हिंसा में दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की 6 बसों और पुलिस के 5 वाहनों में तोड़फोड़ की गई। घटना के संबंध में दर्ज एक प्राथमिकी में यह कहा गया है। प्राथमिकी में दावा किया गया है कि इलाके में 600 ट्रैक्टरों के जरिए 10,000 से ज्यादा किसानों के दाखिल होने के बाद कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और लोहे के 70 अवरोधकों को तोड़ दिया गया।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तिलक ब्रिज से लुटियन दिल्ली में दाखिल होने का प्रयास किया जबकि इंद्रप्रस्थ इस्टेट थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर परेड आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

प्राथमिकी के मुताबिक, किसानों ने बैरिकेड तोड़ डाले और आईटीओ में ट्रैक्टरों से डीटीसी की बसों को टक्कर मारी और पुलिसकर्मी को कुचलने का प्रयास किया। प्राथमिकी में कहा गया है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लुटियन क्षेत्र में जाने के लिए अड़े रहे। उन्होंने मीडियाकर्मियों के वाहनों और उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया।

किसानों की मांगों को रेखांकित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर मंगलवार को निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के कारण अराजक दृश्य पैदा हो गए। बड़ी संख्या में उग्र प्रदर्शनकारी बैरियर तोड़ते हुए लालकिला पहुंच गए और उसकी प्राचीर पर एक स्तंभ पर धार्मिक झंडा लगा दिया।

इस दौरान आईटीओ एक संघर्ष क्षेत्र की तरह दिख रहा था जहां गुस्साए प्रदर्शनकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त करते दिखे। सड़कों पर ईंट और पत्थर बिखरे पड़े थे। पुलिस ने प्राथमिकी में कहा है कि पुलिसकर्मी रामचरण अग्रवाल चौक, आईटीओ पर तैनात थे। दोपहर 12 बजे सराय काले खां की तरफ से एमजीएम मार्ग पर 500 से 600 ट्रैक्टरों पर सवार होकर 9,000 से 10,000 प्रदर्शनकारी आईटीओ आ गए।

प्राथमिकी में दावा किया गया कि रामचरण अग्रवाल चौक से डीडीयू मार्ग की तरफ जा रहे एक ट्रैक्टर ने आंध्र पब्लिक स्कूल के पास बैरिकेड को टक्कर मारी और यह ट्रैक्टर पलट गया। पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों ने ट्रैक्टर के नीचे दबे ड्राइवर को बचाने की कोशिश की लेकिन तब तक दूसरे ट्रैक्टरों पर प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए और पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की।

प्राथमिकी के मुताबिक, कुछ प्रदर्शनकारी ड्राइवर को आईटीओ चौक ले गए। बाद में वे ड्राइवर और उसके ट्रैक्टर को अपने साथ लेते गए। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के निवासी नवनीत सिंह के तौर पर हुई।पुलिस ने प्राथमिकी में कहा है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान डीटीसी की छह बसों, पुलिस के पांच वाहनों और लोहे के 70 अवरोधकों को नुकसान पहुंचाया गया। घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के मामले में अब तक 22 प्राथमिकियां दर्ज की है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि हिंसा की घटनाओं में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए।
 
एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार की हिंसा में संलिप्त प्रदर्शनकारियों की पहचान के लिए कई वीडियो और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा के बाद राष्ट्रीय राजधानी में लालकिला और किसानों के प्रदर्शन स्थलों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।(भाषा)
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