- क्यों जागा सांसद प्रियंका गांधी का फिलीस्तीन प्रेम?
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फिलिस्तीन लिखे बैग लेकर संसद पहुंची प्रियंका गांधी
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बीजेपी नेताओं ने इसे बताया 'घटिया सांप्रदायिक राजनीति'
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फिलिस्तीन पर क्यों भाजपा और कांग्रेस हैं आमने सामने
पिछले दो दिनों से कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अपने बैग की वजह से चर्चा में हैं। उनके बैग की वजह से देश में सियासत भी गर्मा गई है। कांग्रेस और बीजेपी प्रियंका के बैग की वजह से आमने- सामने आ गए हैं। जब प्रियंका गांधी संसद भवन में प्रवेश कर रही थीं तब सबकी नजरें उनके बैग पर टिक गई। यहां तक कि प्रियंका के बैग पर कई नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। समझते हैं आखिर क्यों प्रियंका ये खास तरह के बैग लेकर संसद पहुंची और क्या है इन बैग के पीछे का संदेश और मकसद। दरअसल, प्रियंका सोमवार और मंगलवार को जो बैग लेकर संसद पहुंची उसमें बेहद गहरे संदेश छुपे हुए थे। प्रियंका गांधी के इस बैग पर पेलेस्टाइन (फिलिस्तीन) लिखा हुआ था। इसके साथ ही फिलिस्तीन से जुड़े कई प्रतीक भी बने हुए थे।
दरअसल, प्रियंका गांधी यह बैग फिलिस्तीन के समर्थन और गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई के खिलाफ लेकर पहुंची थी। वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने का कहना है कि फिलिस्तीन के लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए उन्होंने ऐसा किया। बता दें कि इसके पहले भी प्रियंका फिलिस्तीन के समर्थन में आवाज उठा चुकी हैं। इस पर जब बीजेपी ने हमला बोला तो प्रियंका गांधी ने अपने आलोचकों पर पलटवार करते हुए कहा—
उनसे कहो कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में कुछ करें, बांग्लादेश सरकार से बात करें, और बेवकूफी भरी बातें न करें। बता दें कि दूसरे दिन मंगलवार को प्रियंका गांधी बांग्लादेश में हिंदुओं और ईसाइयों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में स्लोगन लिखे बैग के साथ संसद पहुंची थीं।
फिलिस्तीनी प्रतीकों का इस्तेमाल : प्रियंका गांधी के हैंडबैग में फिलिस्तीन शब्द के साथ तरबूज का चित्र भी था। तरबूज फिलिस्तीनी एकजुटता का प्रतीक माना जाता है और इसे फिलिस्तीनी संस्कृति का हिस्सा बताया जाता है। फिलिस्तीन के समर्थन में अक्सर तरबूज की इमेज और इमोजी का उपयोग होता है।
प्रियंका ने स्पष्ट किया पार्टी का रुख : बता दें कि हाल ही में वायनाड में चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी ने फिलिस्तीन का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। जून में प्रियंका ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की आलोचना की थी और गाजा में इजरायली कार्रवाई को नरसंहार करार दिया था। हाल ही में फिलिस्तीन दूतावास के प्रभारी अबेद एलराज़ेग अबू जाजर ने प्रियंका गांधी से मुलाकात कर उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी थी।
इंदिरा गांधी और फिलिस्तीन कनेक्शन : अभी की नरेंद्र मोदी सरकार फिलिस्तीन का सीधा समर्थन नहीं करती है, लेकिन हमास की आलोचना समय समय पर करती रही है। जबकि कांग्रेस का फिलिस्तीन से पुराना संबंध रहा है। इंदिरा गांधी फिलिस्तीनी नेता यासेर अराफात को अपना भाई मानती थीं और उन्हें राखी बांधती थीं।
पाकिस्तान ने क्यों की प्रियंका की तारीफ : प्रियंका गांधी की बैग पॉलिटिक्स पाकिस्तान तक पहुंच गई है। फिलिस्तीन बैग से जुड़े मामले पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद हसन चौधरी ने प्रियंका गांधी की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने लिखा कि जवाहरलाल नेहरू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी की पोती से हम और क्या उम्मीद कर सकते हैं? बौनों के बीच प्रियंका गांधी तनकर खड़ी हैं। यह शर्म की बात है कि आज तक किसी पाकिस्तानी संसद सदस्य ने ऐसा साहस नहीं दिखाया है।
नई मुस्लिम लीग है कांग्रेस : इस पूरे मामले में सियासत तेज है। बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने प्रियंका पर पितृसत्ता के खिलाफ रुख की आड़ में 'सांप्रदायिक दिखावा' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'इस संसद सत्र के अंत में कांग्रेस के उन सभी लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखें, जो मानते थे कि प्रियंका वाड्रा समाधान हैं। संसद में फिलीस्तीन के समर्थन में बैग लेकर आना घटिया सांप्रदायिक राजनीति है।' उन्होंने आगे कहा कि कोई गलती न करें, कांग्रेस नई मुस्लिम लीग है।
बांग्लादेशी हिंदुओं पर चुप क्यों : बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या यह बैग एक बयान था? वह बांग्लादेशी हिंदुओं के मुद्दों पर चुप क्यों हैं? यह भारतीय संसद है। यहां देश भर से सांसद 140 करोड़ भारतीयों की चिंताओं को उठाने के लिए चुने जाते हैं। विपक्ष ने दो हफ्ते तक सदन नहीं चलने दिया। पहले असदुद्दीन ओवैसी ने 'जय फिलीस्तीन' का नारा लगाया और अब प्रियंका गांधी संसद में फिलीस्तीन का बैग लेकर आई हैं। बता दें कि दूसरे दिन मंगलवार को प्रियंका गांधी बांग्लादेश में हिंदुओं और ईसाइयों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में स्लोगन लिखे बैग के साथ संसद पहुंची थीं।
किसने क्या कहा : बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने इस पर कहा कि गांधी परिवार हमेशा से ही तुष्टीकरण का बैग ढोता रहा है। वहीं, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि प्रियंका गांधी के बैग पर फिलिस्तीन लिखा है, आप समझ सकते हैं कि उनका भारत से कोई संबंध नहीं है। अभी कुछ दिन पहले इस पर इटली लिखा था और अब इस पर फिलिस्तीन लिखा है। पता नहीं भारत कब लिखा जाएगा। मनोज तिवारी ने कहा कि जिसके मन में भारत के लिए प्रेम नहीं, जिसके परिवार के लोग दुनिया भर में जा-जाकर भारत की बुराई, भारत के लोकतंत्र की बुराई, भारत के संवैधानिक ढांचों की बुराई करते हैं वो भारत के पक्षधर नहीं हैं। वो फिलिस्तीन के पक्षधर हैं।