31 मई, दिन बुधवार को निर्जला एकादशी व्रत रखा जा रहा है। यह एकादशी जल बचाने का प्रतीक पर्व भी है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस व्रत की सबसे खास बात यह है कि साल भर में आने वाली सभी एकादशियां का फल केवल इस व्रत को रखने से मिल जाता है। आइए जानते हैं यहां इस एकादशी पर्व से संबंधित खास जानकारी-