लचर फील्डिंग के बीच धर्मशाला पर डाइव लगाने से बचते दिखे भारतीय खिलाड़ी, यह था कारण
INDvsNZ भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार को विश्व कप के मैच के दौरान यहां एचपीसीए (हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ) स्टेडियम की खराब आउटफील्ड एक बार फिर से सुर्खियों रहीं क्योंकि भारत के कई खिलाड़ी चोट से बचाव के लिए डाइव लगाने से कतराते दिखे।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड की पारी की शुरुआत में डाइव लगाने का प्रयास किया और उनकी उंगली में चोट लग गई। रोहित को इलाज के लिए मैदान से बाहर जाना पड़ा। वह हालांकि बाद में टीम का नेतृत्व करने के लिए वापस लौट आए।मैच के 35वें ओवर में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने फाइन लेग की दिशा में गेंद का पीछा करते समय डाइव लगाने से बचने का फैसला किया और न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम को इससे चार रन मिले।
इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट इस मैदान की खराब आउटफील्ड पर निराशा जता चुके है।बटलर ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले नौ अक्टूबर को कहा था, आउटफील्ड को लेकर चिंतायें हैं । मेरे विचार से यह खराब आउटफील्ड है । इस पर फील्डिंग के दौरान काफी सावधानी बरतनी होगी ।उन्होंने कहा , आप एक एक रन बचाने के लिये डाइव करना चाहते हैं लेकिन यहां उससे बचना होगा । यह वैसी आउटफील्ड नहीं है जैसी आईपीएल के दौरान देखने को मिलती है ।
भारतीय क्षेत्ररक्षकों का लचर प्रदर्शनआउटफील्ड की शिकायतों के बीच भारतीय क्षेत्ररक्षकों का धर्मशाला के इस मैदान पर लचर प्रदर्शन रहा। अपने क्षेत्ररक्षण के लिए जाने वाले रविंद्र जड़ेजा ने आज एक ऐसा कैच टपकाया जिसे देखकर खुद उनकी धर्मपत्नी रिवाबा की भावभंगिमा अजीब सी हो गई। यह काफी कम देखा जाता है कि रविंद्र जड़ेजा कोई कैच छोड़ दे।
इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने भी एक कैच छोड़ा। यह दोनों कैच राचिन रविंद्र और डेरिल मिचेल के थे जिन्होंने 75 रन और 130 रन बनाए।