बांग्लादेश के खिलाफ अपने पहले मुकाबले को छोड़ दे तो अफगानिस्तान की बल्लेबाजी ने बड़ी बड़ी टीमों के खिलाफ रन बनाए हैं। भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड और श्रीलंका के खिलाफ बल्लेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। यही कारण है कि इऩमें से 4 में से 3 मैच अफगानिस्तान जीती। अफगानिस्तान के मेंटर के रुप में कार्य कर रहे भारतीय बल्लेबाज अजय जड़ेजा को ना केवल फैंस बल्कि अफगानिस्तान का टीम मैनेजमेंट श्रेय दे रहा है।
जड़ेजा के कारण सेमीफाइनल की दौड़ में अफगानिस्तानअफगानिस्तान को मौजूदा वनडे विश्व कप में अपने अभियान के दौरान भारत के पूर्व हरफनमौला अजय जडेजा की मौजूदगी से फायदा हुआ है जिससे तालिका में छठे स्थान पर कायम यह टीम सेमीफाइनल में पहुंचने की दौड़ में बनी हुई है। जडेजा विश्व कप के दौरान अफगानिस्तान टीम में मेंटोर की भूमिका निभा रहे हैं। टीम के सात मैचों में चार जीत और तीन हार के साथ आठ अंक हैं । न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के नाम भी इतने ही अंक है लेकिन इन दोनों टीमों ने एक-एक मैच अधिक खेले हैं। अफगानिस्तान नेट रन रेट (-0.330) के मामले में इन दोनों टीमों से पीछे है।
जॉनादन ट्रॉट का साथ दिया अजय जड़ेजा ने, मध्यक्रम बल्लेबाजी की सशक्त मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट का मानना है कि मौजूदा विश्व कप में अफगानिस्तान के शानदार प्रदर्शन ने उन्हें कमजोर टीम का ठप्पा हटाने में मदद की है और इसमें मेंटर (मार्गदर्शक) के रूप में अजय जडेजा की नियुक्ति की अहम भूमिका रही है। अफगानिस्तान ने टूर्नामेंट में अब तक गत चैंपियन इंग्लैंड, पूर्व चैंपियन पाकिस्तान और बांग्लादेश हराकर छह अंक हासिल किए है।
यह एक ऐसी स्थिति है जहां से टीम विश्व कप सेमीफाइनल में जगह बनाने और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई करने का सपना देख सकती है। ट्रॉट ने टीम का जोश बनाए रखने के लिए जडेजा की जमकर तारीफ की।
ट्रॉट ने कहा, मुझे लगता है कि अजय के पास भारत में काफी क्रिकेट खेलने का अनुभव है। परिस्थितियों, आयोजन स्थलों और हमने उपमहाद्वीप की जिन अन्य टीमों के खिलाफ खेला, उनके संबंध में उसके जानकारी काफी अच्छी है।
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि उच्च दबाव वाले टूर्नामेंट के दौरान जडेजा के टीम के साथ होने से उनका काम थोड़ा आसान हो गया। ट्रॉट ने कहा, जहां तक मेरी बात है तो एक कोच के रूप में निर्णय लेने और प्रत्येक मैच की रणनीति में उसकी अहम भूमिका रही है।
उन्होंने कहा, यह (जडेजा की मौजूदगी) खिलाड़ियों पर नजर रखने का एक और अच्छा तरीका है कि वे मैचों के लिए कैसे तैयारी कर रहे हैं और उनके करियर और प्रतिभा का उपयोग कैसे किया जा रहा है।
विश्व कप में अफगानिस्तान की सफलता का काफी श्रेय अजय जडेजा की समझ को जाता है: नायबगुलबदिन नायब की कप्तानी में अफगानिस्तान ने हाल ही में एशियाई खेलों में रजत पदक जीता। नायब ने 2019 विश्व कप में टीम का नेतृत्व किया था लेकिन मौजूदा विश्व कप में वह टीम के रिजर्व खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा कि जब अफगानिस्तान के खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने की बात आती है तो जडेजा के सुझाव अविश्वसनीय रहे हैं।
नायब ने टीम के अभ्यास सत्र के इतर कहा, टीम के नतीजों पर पर्दे के पीछे से निभाई गयी भूमिकाओं का काफी प्रभाव होता है। वह (जडेजा) खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करते हैं और वह किसी बड़े खिलाड़ी की तरह अपना अनुभव साझा करते हैं। अजय भाई भारत के लिए खेल चुके हैं, वह जानते हैं और अनुमान भी लगा सकते हैं कि खेल के किसी भी चरण में क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा, हमारे दिमाग में पूरे मैच का खाका होता है लेकिन वह मैच पर करीबी नजर रखते हैं और उसे 10-10 मिनट के सत्र में बांट कर योजना बनाते हैं। इस मैदान के पास अरब सागर है ऐसे में उन्हें पता है कि यहां क्या हो सकता है। उन्हें इस बात का अंदाजा रहता है कि गेंद कितनी स्विंग करेंगी या पिच स्पिनरों के लिए मददगार होगी। दिन और रात में परिस्थितियों में क्या फर्क होगा। हमें इन चीजों के बारे में आसानी से पता चल जाता है। उन्होंने कहा, अजय सर हमारे खिलाड़ियों का अविश्वसनीय तरीके से मार्गदर्शन कर रहे है और हम उनके साथ का लुत्फ उठा रहे है। नायब ने कहा कि उन्होंने टीवी पर जडेजा जैसे खिलाड़ी को सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे खेल के दिग्गजों के साथ खेलते हुए देखा है और ड्रेसिंग रूम में उनका होना अफगानिस्तान के खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद है।
उन्होंने कहा, जब भी हम बैठते हैं, वह केवल क्रिकेट के बारे में बात करते हैं। वह हमेशा हमारी किसी भी चर्चा में क्रिकेट को शामिल करते हैं। उनकी उपस्थिति हमारे लिए बहुत बड़ी बात है, हम खिलाड़ी हाल ही में उन्हें सचिन तेंदुलकर और (सौरव) गांगुली जैसे दिग्गजों के साथ खेलते हुए टीवी पर देख रहे थे। आज वह हमारे साथ जुड़े हुए हैं और इसने हमारी टीम और हमारे क्रिकेट पर बहुत बड़ा प्रभाव डाला है।
नायब ने खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए अफगानिस्तान के मुख्य कोच, इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी जोनाथन ट्रॉट की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, (जोनाथन) ट्रॉट टीम और खिलाड़ियों में अधिक आत्मविश्वास लाने में सफल रहे हैं। वह इस बात को समझाने में सफल रहे है कि अगर आप अपने दृष्टिकोण में अत्यधिक आक्रामक हो जाते हैं तो आपको अनुकूल परिणाम नहीं मिल सकते हैं।