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Written By विकास सिंह
Last Updated : गुरुवार, 23 दिसंबर 2021 (20:42 IST)

मध्यप्रदेश में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच नाइट कर्फ्यू का एलान,रात 11 बजे से सुबह 5 तक रहेगा लागू

एक दिन में एक साथ कोरोना के 30 केस आने के बाद सरकार का बड़ा फैसला

मध्यप्रदेश में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच नाइट कर्फ्यू का एलान,रात 11 बजे से सुबह 5 तक रहेगा लागू - Night curfew in Madhya Pradesh from tonight
भोपाल। मध्यप्रदेश में एक दिन में एक साथ 30 कोरोना पॉजिटिव केस आने के बाद सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए एक बार फिर नाइट कर्फ्यू लगाने का एलान कर दिया है। प्रदेशवासियों के नाम अपने संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू  लगाने का एलान करते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो आगे और सख्ती की जाएगी।

पड़ोसी राज्यों से बढ़ा खतरा- मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में कई महीनों के बाद कोरोना के 30 प्रकरण आए है, इसके साथ प्रदेश के सीमावर्ती राज्य महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में पिछले एक सप्ताह से पॉजिटिव केसों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन राज्यों से प्रदेश में आना जाना लगातार रहता है औ पूर्व का अनुभव बताता है कि पहले महाराष्ट्र और गुजरात में कोरोना के केस बढ़े उसके बाद प्रदेश में कोरोनो के केस में इजाफा हुआ।

भोपाल और इंदौर में तीन गुना हुए केस-मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोरोना की पहली और दूसरी लहर को देखे तो सबसे पहले भोपाल और इंदौर में केस बढ़े। अब एक बार फिर भोपाल और इंदौर में साप्ताहिक कोरोना केसों की संख्या नवंबर की तुलना में तीन गुना हो गई है। ऐसे में ओमिक्रॉन जब देश के 16 राज्यों में आ चुका है। ऐसे मे इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि प्रदेश में ओमिक्रॉन के केस जल्द आ जाए। ऐसे में हमें समय रहते हुए सचेत रहना होगा  जिससे कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोके।

मुख्यमंत्री ने लोगों से वैक्सीन का दोनों डोज लगवाने की अपील की। उन्होेेंंने कहा कि इससे कोई भी पात्र व्यक्ति न छूटे। जिन जिलों में कोरोना का वैक्सीनेशन कम हुआ है, वहां के प्रभारी अधिकारी ध्यान देकर कार्य करें। टीकाकरण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है। एक-एक व्यक्ति को ढूंढकर टीका लगाएं। अभियान लगातार चलता रहे। इस कार्य में कोई कोताही नहीं बरतें। लोगों को मास्क के लिए प्रेरित करें। सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सावधानियां रखें। दोनों डोज लगवाने वाले ही नए साल के उत्सव कार्यक्रम, जिम, सिनेमा हॉल आदि स्थानों पर जाएं। सरकारी कर्मचारियों को भी वैक्सीन के लिए प्रेरित करें। बिना वैक्सीन वेतन न दें।