दिल्ली में थम नहीं रही Coronavirus संक्रमण की रफ्तार, Omicron के मामले बढ़कर 54
नई दिल्ली। देश की राजधानी में कोरोनावायरस के मामलों की बढ़ती रफ्तार ने चिंताओं को बढ़ा दिया है। ओमिक्रॉन के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 54 हो गई है।
यह खुलासा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को साझा किए गए आंकड़ों से हुआ है। मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 102 नए मामले सामने आए। इसके अलावा महामारी से एक मरीज की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या 25,102 पर पहुंच गई।
संक्रमण दर में बढ़ोतरी : दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, संक्रमण की दर 0.20 प्रतिशत दर्ज की गई। शहर में 27 जून को संक्रमण के 259 नए मामले सामने आए थे और कोविड से चार मरीजों की मौत हो गई थी। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक, संक्रमण के कुल 14,42,390 मामले सामने आ चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कोविड-19 से पीड़ित होने के बाद अब तक 14.16 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं।
ओमिक्रॉन ने चिंता को बढ़ाया : अधिकारियों ने दिल्ली के 45 मामलों की विस्तृत जानकारी शेयर की है, लेकिन नौ मामलों की जानकारी का अब भी इंतजार है। सूत्रों ने बताया कि लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में अबतक वायरस के नए स्वरूप से संक्रमण के 34 मामले आए हैं, जिनमें से 17 मरीजों को छुट्टी दी जा चुकी है।
कोविड-19 का इलाज करने के लिए दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल में सोमवार तक ओमिक्रॉन के 24 मरीज भर्ती हो चुके थे। सूत्रों ने बताया कि अब तक साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में 10 मरीज आए हैं।
एक अन्य सूत्र ने बताया कि फोर्टिस अस्पताल में भी ओमिक्रॉन के एक मामले का पता चला है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के 93 नए मामले आए थे और संक्रमण दर 0.20 प्रतिशत रही थी।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार तक शहर में ओमिक्रोन संक्रमितों की संख्या 28 हो गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि अबतक देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के 200 मामले आए हैं जिनमें से 77 मरीज या तो संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या पलायन कर चुके हैं।
मंत्रालय के मुताबिक, अबतक महाराष्ट्र और दिल्ली में 54-54 लोगों के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। दिल्ली में ओमिक्रॉन का पहला मामला पांच दिसंबर को आया था, जब रांची का 37 वर्षीय व्यक्ति इस स्वरूप से संक्रमित मिला था। उसे अब ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।