देश में कोरोना के रिकॉर्ड 1.07 लाख से अधिक नए मामले सामने आए, 3 राज्यों ने बढ़ाई चिंता
नई दिल्ली। विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त कोविड-19 के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को 1.07 लाख से अधिक नए मामले सामने आए, जो भारत में महामारी फैलने की शुरुआत होने से लेकर अब तक की प्रतिदिन की सर्वाधिक संख्या है।
देश में पिछले 3 दिन में दूसरी बार एक लाख से अधिक संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कहा है कि इसका कारण लोगों द्वारा बरती जा रही है असावधानी और लापरवाही है। देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से जारी आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को संक्रमण के 1.07 लाख से अधिक मामले सामने आए। गौरतलब है कि देश में बीते रविवार को 24 घंटे में संक्रमण के 1,03,558 नए मामले सामने आए थे।
महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़ अधिक चिंता वाले राज्य : केंद्र ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ अब भी सबसे ज्यादा चिंता का कारण है क्योंकि वहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महाराष्ट्र में कोविड-19 की स्थिति कुल मामलों में और साथ ही होने वाली मौतों में राज्य की हिस्सेदारी के चलते चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि पंजाब और छत्तीसगढ़ की स्थिति मरने वाले मरीजों की अधिक संख्या के चलते चिंताजनक है।
10 जिलों में स्थिति भयावह : भूषण ने कहा कि छत्तीसगढ़ का दुर्ग शीर्ष 10 जिलों में शामिल है जहां कोविड-19 के उपचाराधीन मामले अधिक हैं। उन्होंने कहा कि नए मामलों के सबसे अधिक संख्या वाले 10 जिले पुणे, मुंबई, ठाणे, नागपुर, नासिक, बेंगलुरु शहर, औरंगाबाद, अहमदनगर, दिल्ली और दुर्ग हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों को आरटी-पीसीआर जांच की दर बढ़ाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में महाराष्ट्र से कहा है कि सचल जांच प्रयोगशालाओं का उपयोग कठिन इलाकों वाले क्षेत्रों में किया जा सकता है जिसके लिए आईसीएमआर राज्य सरकार की मदद कर रहा है।
भूषण ने कहा कि छत्तीसगढ़ चिंता का विषय है, क्योंकि यह कम आबादी वाला एक छोटा राज्य होने के बावजूद कोविड-19 के कुल मामलों में से छह प्रतिशत मामले यहां से सामने आ रहे हैं और तीन प्रतिशत मौत यहां हो रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम पंजाब को देखे तो देश में कुल नए मामलों में से 3 प्रतिशत मामले यहां से आ रहे हैं और देश में होने वाली मौतों में से 4.5 प्रतिशत मौतें यहां हो रही हैं। (भाषा)