Special Story : 'आनंदैया' का दावा, आंख में दवा डालते ही उठ गया Corona मरीज
हैदराबाद। आंध्रप्रदेश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण से लड़ने के लिए इन दिनों एक आयुर्वेदिक दवाई आनंदैया (Anandayya) का इस्तेमाल किया जा रहा है। नेल्लोर जिले के एक छोटे से गांव पोट्टी श्रीरामुल्लु में आयुर्वेदिक दवा के लिए लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं। इस दवाई के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने में कारगर है। ऑक्सीजन सपोर्ट पर आए एक मरीज ने तो यहां तक कहा कि आंख में दवा डालते ही वह 2 मिनट में खड़ा हो गया।
विधायक ने किया दवाई का समर्थन : सर्वेपल्ली से विधायक काकानी गोवर्धन रेड्डी ने कहा कि कृष्णपट्टनम में हम कोरोना महामारी के उपचार के लिए आनंदैया का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृष्णापट्टनम में दी जा रही दवा के कारण कई लोग कोरोना के चंगुल से बच गए हैं और उनका स्वास्थ्य अच्छा है।
इस बीच, यह भी खबर है कि आंध्रप्रदेश सरकार इस दवा का सेंपल आईसीएमआर को भेजेगी ताकि इसकी विश्वसनीयता की पुष्टि हो सके। यह भी खबर है कि फिलहाल इस दवाई के वितरण पर रोक लगा दी गई है। इस बीच, आनंदैया की गिरफ्तारी की खबरें भी सामने आई थीं, लेकिन भारी भीड़ को देखते हुए सरकार आनंदैया को सुरक्षा प्रदान कर रही हैं। वहीं, लोगों ने भी पुलिस को उनके घर में नहीं जाने दिया।
बताया जा रहा है कि आयुर्वेदिक चिकित्सक बी. आनंदैया द्वारा विभिन्न प्राकृतिक घटकों से बनाई गई इस दवा के कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। अन्य राज्यों में भी कई लोग आनंदैया द्वारा दी जाने वाली दवा में रुचि दिखा रहे हैं। कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए आयुर्वेदिक औषधि का पुन: वितरण करने का निर्णय लिया गया।
बताया जा रहा है कि अन्य राज्यों में भी कई लोग आनंदैया द्वारा दी जाने वाली दवा में रुचि दिखा रहे हैं। कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए आयुर्वेदिक औषधि का पुन: वितरण करने का निर्णय लिया गया।
मुफ्त बांट रहे हैं दवाई : आनंदैया इस दवाई का मुफ्त वितरण कर रहे हैं और उनके घर के बाहर दवा के लेने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है। जिनकी हालत गंभीर है उन्हें आईड्रॉप भी दी जा रही है। दावा किया जा रहा है कि 5000 से 9000 लोग रोज इस दवा के लिए यहां आ रहे हैं। दवा लेने आए एक व्यक्ति ने कहा कि वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर यहां आया था। उसने आंखों में दवाई लगाई और 2 मिनट में ही उठ गया।