आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट से झटका, फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' पर रोक लगाने से इंकार
sirf ek bandaa kaafi hai: बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी की फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर रिलीज हो चुकी है। सच्ची घटनाओं से प्रेरित, डायरेक्ट-टू-डिजिटल ओरिजिनल फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' अपूर्व सिंह कार्की द्वारा निर्देशित एक कोर्टरूम ड्रामा है। यह फिल्म यौन शोषण के आरोपी आसाराम के खिलाफ केस लड़ने वाले वकील पीसी सोलंकी पर आधारित है।
इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए आसाराम की तरफ से राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इस याचिका पर 23 मई को सुनवाई पूरी हो गई थी। हालांकि कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ था। वहीं अब कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है।
आसाराम ने याचिका में आरोप लगाया गया था कि यह उनकी अनुमति के बिना उसके जीवन पर आधारित है और उन्हें नकारात्मक तरीके से चित्रित किया जा रहा है। न्यायमूर्ति पुष्पेंद्र सिंह भाटी रोक लगाने वाली याचिका को खारिज करते हुए कहा कि मैंने भी फिल्म का ट्रेलर देखा है और इससे पता चला है कि इस फिल्म में ऐसा कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।
बता दें कि 'सिर्फ एक बंदा काफी है' फिल्म पीसी सोलंकी पर बनी है, जिन्होंने नाबालिग पीड़िता के पक्ष में और आसाराम के खिलाफ केस लड़ा था। इस फिल्म में वकील का रोल अभिनेता मनोज बाजपेयी ने निभाया है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक आम आदमी की इच्छाशक्ति और सेल्फ स्टाइल्ड गॉडमैन की ताकत के बीच की लड़ाई में हमेशा जीत इच्छाशक्ति की ही होती है और कोई भी आदमी कानून से ऊपर नहीं होता है।