कबीर बेदी को आज तक अफसोस, नहीं बचा पाए अपने बेटे को मौत के मुंह में जाने से
कबीर बेदी ने 'आई मस्ट टेल: द इमोशनल लाइफ ऑफ एक्टर'ए नामक बायोग्राफी लिखी है। इसमें उनके और फिल्म एक्ट्रेस परवीन बाबी के बारे में विस्तृत से लिखा है कि परवीन और उनके बीच कैसा रिश्ता था। इसके साथ ही कई खुलासे भी उन्होंने किताब में किए हैं।
एक इंटरव्यू में कबीर ने अपने बेटे सिद्धार्थ के बारे में बात की। सिद्धार्थ ने 25 साल की उम्र में सुसाइड कर लिया था। वह सीजोफ्रेनिया का शिकार हो गया था। कबीर आज भी इस सदमे से नहीं उबरे हैं और उन्हें अफसोस है कि लाख कोशिशों के बावजूद वे अपने बेटे को मौत के मुंह में जाने से नहीं बचा पाए।
कबीर के अनुसार सिद्धार्थ बहुत होशियार था। इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नॉलॉजी में उसने ऑनर्स किया था। फिर मास्टर डिग्री करने के लिए एक यूनिवर्सिटी में गया।
कबीर को खबर मिली कि सिद्धार्थ डिप्रेशन में है। उसका इलाज करवाया गया। एक दिन सिद्धार्थ ने कहा कि वह आत्महत्या करना चाहता है। यह बात सुन कबीर स्तब्ध रह गए। उन्होंने इस बारे में सिद्धार्थ से लंबी बात भी की।
कबीर ने एक दिन उसके ईमेल्स चेक किए तो उसने अपने दोस्तों को लिखा था कि मुझे फेयरवेल देने के लिए आ जाओ। फिर उसने सुसाइड कर लिया। लेटर छोड़ गया जिसमें लिखा था- मैं दूसरी ओर जा रहा हूं।'
कबीर के अनुसार सिद्धार्थ प्रतिभाशाली था, लेकिन वह कुछ सोच नहीं पा रहा था। एक बार वह मांट्रियल की सड़कों पर हिंसक हो गया था और उसे पुलिस ने पकड़ लिया था। जब डॉक्टर के पास उसे ले गए तो पता चला कि वह सिजोफ्रेनिया से ग्रस्त हैं।
कबीर के अनुसार उन्होंने सिद्धार्थ का इलाज भी कराया, लेकिन वह धीरे-धीरे उदासी की ओर बढ़ने लगा। सभी ने कोशिश की वह बीमारी से उबर जाए, लेकिन एक दिन सिद्धार्थ ने आत्महत्या कर ली।