पद्मावती : ट्रेलर रिव्यू
भव्यता अब संजय लीला भंसाली के लिए नई बात नहीं है। वे हर फ्रेम को इतनी खूबसूरत और भव्य बनाते हैं कि दर्शक सम्मोहित हो जाता है और यही बात 'पद्मावती' के ट्रेलर में नजर आती है। निश्चित रूप से यह भव्यता को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। साथ में जो बैकग्राउंड म्युजिक है वो आपके रोंगटे खड़े कर देता है।
यह फिल्म तीन मुख्य किरदार के इर्दगिर्द घूमती है और तीनों का परिचय भंसाली ने शानदार तरीके से कराया है। दीपिका पादुकोण को साइड से दिखाकर उनकी खूबसूरती की झलक से दर्शकों को परिचित कराया गया है। शाहिद कपूर के पहले शॉट में उनके चेहरे पर धीर-गंभीर भाव नजर आते हैं। एक राजसी ठाठ-बाट की झलक मिलती है। रणवीर सिंह जब पहली बार ट्रेलर में नजर आते हैं तो उनके चारों ओर पिंजरे में कैद पंछी नजर आते हैं जो उनके स्वभाव को दर्शाते हैं।
'राजपूत का सिर भले ही कट जाए, धड़ दुश्मन से लड़ता रहता है' या 'राजपूती कंगने में उतनी ही ताकत है जितनी राजपूती तलवार में' जैसे संवाद सुनकर फिल्म देखने की इच्छा और त्रीव होती है।
युद्ध के शॉट, रोशनी से नहाए महल, ड्रोन से लिए शॉट फिल्म की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं। भंसाली अपनी हीरोइनों को खूबसूरती से पेश करने के लिए जाने जाते हैं और दीपिका की खूबसूरती इस फिल्म में देखने लायक होगी। रणवीर सिंह ने अपने अभिनय से जो झलक दिखाई है वो उनसे नफरत करने के लिए काफी है।
कुल मिलाकर 'पद्मावती' का ट्रेलर भव्यता, खूबसूरती, क्रूरता, दो संस्कृति की भिन्नता, राजसी ठाठ-बाट को बखूबी दर्शाता है। एक दिसम्बर का इंतजार करना वाकई मुश्किल है।