कार्तिक आर्यन क्या कुल्हाड़ी पर पैर मार रहे हैं?
फिल्मों से कलाकार का अलग होना नई बात नहीं है, बरसों से ऐसा होता आया है। कई बार आधी फिल्म की शूटिंग करने के बाद कलाकारों ने फिल्म छोड़ कर निर्माता-निर्देशकों को करोड़ों की चपत लगाई है, लेकिन फिल्म अभिनेता कार्तिक आर्यन का मामला इसलिए खास बन जाता है कि उन्होंने एक महीने से भी कम समय के अंतराल में बॉलीवुड के दो बड़े बैनर की फिल्में छोड़ दी या फिर उन्हें निकाल दिया गया है।
हाल ही में कार्तिक शाहरुख खान के बैनर रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट की फिल्म फ्रैडी से अलग हो गए हैं जिसमें उनके साथ कैटरीना कैफ जैसी बड़ी हीरोइन थी। कार्तिक ने ये ईमानदारी जरूर दिखाई कि साइनिंग अमाउंट दो करोड़ रुपये लौटा दिए, वरना कई कलाकार ये रकम डकार जाते हैं। हो सकता है कि उन्हें व्हाइट मनी दी गई हो और इस वजह से कार्तिक के आगे कोई चारा न हो, वरना पुराने निर्माता इतनी चालाकी नहीं दिखा पाते थे।
कुछ दिनों पहले इसी क्रिएटिव डिफरेंस के चलते करण जौहर की फिल्म दोस्ताना 2 से कार्तिक अलग हो गए थे। करण की इस फिल्म की कुछ दिनों की शूटिंग भी कार्तिक ने की थी। लगभग 20 करोड़ रुपये का नुकसान करण को हुआ है क्योंकि नए हीरो के साथ उन्हें फिर से ये सीन फिल्माना होंगे।
शाहरुख के बैनर की फिल्म छोड़ने की अलग-अलग वजह बताई जा रही हैं। इस फिल्म को बनाने की योजना पिछले दो-तीन बरस से चल रही थी। इसी बीच कार्तिक की कुछ फिल्में सफल हो गईं और वे ज्यादा रकम मांगने लगे जो निर्माताओं को नामंजूर था। दूसरी बात क्रिएटिव डिफरेंस को लेकर आ रही है। कार्तिक स्क्रिप्ट में बदलाव करवाना चाहते थे जो मेकर्स को मंजूर नहीं था।
किसी भी सितारे को फिल्म साइन करने के पहले कहानी सुनाई जाती है। रोल बताया जाता है और फिर पसंद आने पर कलाकार फिल्म के लिए हां कहता है। साइन करने के बाद कलाकार कहानी या स्क्रिप्ट में बदलाव की मांग करता है तो यह पूरी तरह गलत है। कई बार ऐसा भी होता है कि फिल्म साइन करने के बाद कलाकार की कुछ फिल्में हिट हो जाती हैं। उसकी एक खास किस्म की छवि बन जाती है और इस छवि को ध्यान में रख कर कलाकार बदलाव की मांग करता है। रोमांटिक फिल्म कर रहे हीरो की एक्शन फिल्में हिट हो जाती हैं तो वह रोमांस में भी एक्शन दृश्यों को जगह देने की गुंजाइश ढूंढने लगता है।
रीढ़विहीन निर्माता-निर्देशक इस मांग के सामने झुक जाते हैं या फिर सितारा बहुत बड़ा हो। कार्तिक अभी इतने बड़े सितारे नहीं बने हैं कि उनकी इस तरह की मांग मानी जाए। संभव है कि कार्तिक को गुमान हो गया हो उनके दम पर फिल्म चली हो और वे स्टार बन गए हैं।
करण जौहर और शाहरुख खान की दोस्ती जगजाहिर है। सवाल ये भी उठ रहे हैं कि करण की फिल्म छोड़ने के बाद कार्तिक को अपनी फिल्म से अलग कर शाहरुख ने अपनी दोस्ती निभाई है?
बहरहाल धर्मा प्रोडक्शन और रेड चिलीज जैसे बैनर की फिल्म से जिस तरह से कार्तिक गैर पेशेवराना तरीके से अलग हुए हैं उससे उनके करियर पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है। संभव है कि उनके इस व्यवहार से बड़े बैनर्स दूरी बना ले। संभव है कि कुछ कलाकार कार्तिक के साथ काम नहीं करें? कार्तिक इस तरह से कुल्हाड़ी पर ही पैर मार रहे हैं। उन्हें इस दिशा में ठीक से सोचना होगा क्योंकि बॉलीवुड में पिछड़ने में ज्यादा देर नहीं लगती। हर शुक्रवार नया हीरो आकर आपका प्रतिस्पर्धी बन जाता है।