काबिल का 66 करोड़ रुपये का धमाका
रितिक रोशन की पिछली कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं। जब भी रितिक का करियर बुरे दौर से गुजरता है वे अपने पिता राकेश रोशन की शरण में जाते हैं। राकेश रोशन वर्षों से फिल्म बना रहे हैं तो फिल्म व्यवसाय के अर्थशास्त्र को बारीकी से जानते हैं।
राकेश रोशन ने रितिक के लिए नई रणनीति बनाई जिसके तहत उन्होंने काबिल को कम कीमत में बनाने का फैसला किया ताकि फिल्म हिट हो। यही वजह है कि काबिल को रिलीज के पहले ही 66 करोड़ का मुनाफा हो गया।
इस दौर में जहां बड़े सितारों की फीस ही 50 करोड़ रुपये हो जाती है वही 'काबिल' को मात्र 35 करोड़ रुपये में पूरा कर लिया गया। 15 करोड़ रुपये प्रिंट्स और प्रचार पर खर्च होंगे। इस तरह से यह फिल्म 50 करोड़ के बजट में तैयार हो गई, जिसमें रितिक की फीस शामिल नहीं है।
कुछ वर्ष पहले जब कारपोरेट्स ने दखल नहीं दी थी तब फिल्में भारत के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न वितरकों को बेची जाती थी। यही फॉर्मूला फिर एक बार राकेश रोशन ने लागू किया। उन्होंने अपनी फिल्म को देश के कई वितरकों को 42 करोड़ रुपये में बेची।
फिल्म के सैटेलाइट राइट्स 50 करोड़ रुपये में बिके। इतने में तो फिल्म की लागत ही निकल गई। 8 करोड़ रुपये म्युजिक राइट्स के बदले मिले। 16 करोड़ रुपये ओवरसीज़ राइट्स के बदले में मिले।
50 करोड़ की फिल्म को विभिन्न अधिकारों के बदले 116 करोड़ रुपये मिले हैं यानी रिलीज के पहले ही 66 करोड़ का फायदा। निर्माता तो फायदे हैं। चूंकि फिल्म सस्ते दामों में बेची गई है इसलिए फिल्म से वितरकों को भी फायदा पहुंच सकता है। 'रईस' से टकराव का ज्यादा असर 'काबिल' पर नहीं पड़ेगा।