अमिताभ बच्चन को भी करना पड़ा है विरोध का सामना, इस वजह से छवि पर पहुंचा था बहुत बड़ा आघात
इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री के बारे में जितना कुछ भला-बुरा कहा जा रहा है शायद पहली बार ऐसा हो जब सिनेमा के इतिहास में इस इंडस्ट्री को इतना ज्यादा आड़े हाथों लिया गया हो। रिया चक्रवर्ती हो या उर्मिला मातोंडकर या फिर कंगना रनौट, सलमान खान या फिर आमिर खान हो इस बात से तो कोई भी नहीं बचा।
सोशल मीडिया पर जितनी बातें उनके बारे में कही गई। वह आज तक कभी किसी सितारे के बारे में कहीं नहीं गई। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब किसी भी सितारे को इस तरीके से उनके ही दर्शकों ने नकार दिया हो। इसके पहले भी कई बार बातें हुई है, कई बार विरोध हुए हैं, कई बार प्रदर्शन भी हुए हैं, लेकिन शायद वह सोशल मीडिया पर नहीं थे। इसलिए लोगों को याद ना रहा हो। चलिए इस सीरीज में हम आपसे बात करेंगे और बताएंगे कि इसके पहले जितने भी सितारे रहे हैं, क्या उन्होंने किसी तरह का विरोध देखा है?
इस कड़ी में सबसे पहले हम बात करने वाले हैं अमिताभ बच्चन की। अमिताभ बच्चन सदी के महानायक कहलाते हैं। सिनेमा का इतिहास 100 साल से ज्यादा पुराना है और 51 साल का सिनेमा सफर तो खुद बच्चन साहब का है। एंग्री यंग मैन से लेकर एंग्री ओल्ड मैन उन्हें जिस नाम से पुकार लो वह खुश रहते हैं और मीडिया के सामने बेहद ही सौम्य रूप में और नपी तुली भाषा में बातें करते हैं।
अमिताभ बच्चन को हमेशा से ही लोगों की प्रशंसा मिली है और वाहवाही मिली है। हालांकि इंडस्ट्री में काम करने वाले कई बार उनके खिलाफ मुखर होकर सामने भी आए हैं, लेकिन जहां तक दर्शकों की बात है या उनके चाहने वालों की बात है, ऐसा बहुत ही कम हुआ था।
साल 1996 में जब अमिताभ बच्चन ने एबीसीएल लांच की। सब लोगों को बहुत बड़ी आशाएं लगी थी कि शायद अमिताभ बच्चन फिल्म इंडस्ट्री का कायाकल्प कर देंगे। कई नए सितारों को एक साथ लांच करेंगे। और कुछ नए तरीके का सिनेमा देखने को मिलेगा। लोगों की उम्मीदें बंधी लेकिन लोगों की उम्मीदें बहुत लंबे समय तक टिक ना सकी। एबीसीएल ने उस साल का मिस वर्ल्ड आयोजित किया था इसके बाद एबीसीएल नीचे की तरफ लुढ़कना शुरू हो गया था एक के बाद एक धांधली सामने आती गई और अमिताभ बच्चन का नाम फिल्म इंडस्ट्री और उनके दर्शकों में धूमिल हो गया।
एबीसीएल की पहली फिल्म 'तेरे मेरे सपने' को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली और फिल्म के कलाकारों को लोगों ने हाथों-हाथ लिया। वहीं पर टेलिविजन शो 'देख भाई देख' भी खूब वाहवाही मिल रही थी। लेकिन उसके बाद जब एबीसीएल ने वर्ल्ड को आयोजित किया तब मैनेजमेंट पूरा गड़बड़ा गया। कहा तो यह भी जाता है कंपनी का हर छोटा-बड़ा नुमाइंदा उठकर फ्लाइट पकड़ता और सीधे बेंगलुरु पहुंच जाता। अच्छे खासे आलीशान होटल में रहता तीन-चार दिन रह कर वापस आ जाता। यह सारी गड़बड़ियां हो रही थी अमिताभ बच्चन को शायद भनक तक न लगी। जब कंपनी डूब गई तब पूरे देश में उनकी छवि को बहुत बड़ा आघात पहुंचा।
बच्चन साहब ने अपने इंटरव्यू में कई बार इस समय का जिक्र किया। उन्होंने बताया है कि जब घर के लिए लेनदारों की लाइन लगी हो। घर की कारों को बेचने की नौबत आ गई हो। ऐसे में अपने आप को संभाला बहुत मुश्किल रहा लेकिन फिर भी वह समय टल गया।
एबीसीएल की इस हालत के बाद जो अमिताभ बच्चन का कमबैक हुआ है, वह भी किसी केस स्टडी से कम नहीं रहा। अपने पुराने साथियों के साथ फिर मिलकर फिल्म में काम किया। विज्ञापन किए। और केबीसी की वजह से। उनकी जिंदगी की पटरी एक बार फिर से लौट आई।
कभी अलविदा ना कहना फिल्म और सैम का किरदार-
अपने एक इंटरव्यू के दौरान अमिताभ बच्चन ने मुझसे एक बार कहा था कि खिलंदड़ापन से भरा रोल, सब काम करने के लिए निभाया था। मुझे नहीं मालूम था कि लोगों को मेरा इस तरीके का रोल करना पसंद नहीं आएगा। ऐसे में मैं यही कह सकता हूं कि मुझे माफ कीजिए। अगली बार से ऐसा कोई रोल नहीं करना चाहूंगा जिसे आपके दिल को थोड़ी सी भी ठेस पहुंचे।
अमिताभ का चश्मा-
उसी दौरान में अमिताभ बच्चन का एक चश्मा भी बड़ा विवादों का केंद्र बन गया था। कहा गया कि एक चश्मा कुछ करोड़ों का अमिताभ बच्चन ने खरीदा है। इस बात पर जवाब देते हुए अमिताभ बच्चन ने बताया कि ऐसा कोई चश्मा में करोड़ों का क्यों खरीद लूंगा। यहीं कहीं से मैंने खरीद लिया होगा या किसने दे दिया होगा, वह पहन लिया और उसे देखकर फोटो आ गई। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यह चश्मा बहुत ही मामूली सा कोई चश्मा है। शायद उल्लासनगर जैसे किसी दुकान से खरीद लिया हो।
नानावटी, कोरोना, कार और जया-
चलिए अब आपको इन दिनों में अमिताभ बच्चन को किन कंट्रोवर्सीज ने घेर रखा है, वह भी बता देते हैं। थोड़े दिन पहले अमिताभ बच्चन नानावटी हॉस्पिटल में खुद भर्ती हुए थे क्योंकि उन्हें कोरोना हुआ था। ऐसे में कोई पुराना वीडियो निकालकर वायरल किया गया कि अमिताभ बच्चन का नानावटी में हिस्सेदारी है और उसी को प्रमोट करने के लिए अमिताभ बच्चन ने खुद को कोरोनाग्रस्त कहा है।
कुछ दिनों पहले उन्होंने मर्सिडीज बेंज एस खरीदी है जिसकी फोटो देखकर सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ बोलने लगे कि कोरोनावायरस के समय में खर्च कर रहे हैं। सबसे लेटेस्ट जो निंदा देखनी पड़ रही है वह है जया बच्चन की वजह से। जहां जया बच्चन ने कंगना रनौट के बयान पर आपत्ति जताई औ पार्लियामेंट मेंरवि किशन को भी बातें सुना दी।
एक बार अपने पुराने इंटरव्यू में बच्चन साहब ने बताया था कि सोशल मीडिया दो धारी तलवार है। अगर आपको प्रशंसा मिलेगी तो उस दिन के लिए भी तैयार होना पड़ेगा जहां लोग आप के विरोध में भी बातें लिखेंगे।